सिमडेगा. नगर भवन में पंचायती राज विभाग द्वारा राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के तहत सशक्त पंचायत नेत्री अभियान विषय पर एकदिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला हुई. कार्यशाला का उद्देश्य पंचायत स्तर पर कार्यरत महिला जनप्रतिनिधियों को नेतृत्व क्षमता विकसित करने, नीति निर्माण में भागीदारी बढ़ाने और पंचायत व्यवस्था में उनकी सक्रिय भूमिका को प्रोत्साहित करना था. कार्यक्रम का शुभारंभ उपायुक्त कंचन सिंह, उपविकास आयुक्त दीपांकर चौधरी, पंचायती राज पदाधिकारी दयानंद कार्जी, जिला परिषद अध्यक्ष रोस प्रतिमा सोरेंग, उपाध्यक्ष सोनी पैंकरा, जिप सदस्य जोखिमा खाखा व शांति बाला केरकेट्टा समेत अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया. कार्यक्रम में सभी अतिथियों का स्वागत पौधे भेंट कर किया गया, जबकि जेएसएलपीएस की दीदियों ने स्वागत गीत प्रस्तुत कर माहौल को भावनात्मक रूप दिया. मौके पर उपायुक्त ने महिलाओं की सामाजिक, भावनात्मक और नेतृत्व क्षमता की सराहना करते हुए कहा कि लाल और सफेद रंग मिल कर गुलाबी बनता है, जो क्रोध, निर्मलता और कोमलता का मिश्रण है. यही महिलाओं की असली पहचान है. उन्होंने कहा कि महिलाओं को अपने स्त्रीत्व के गुणों को सामाजिक और प्रशासनिक कार्यों में लगाना चाहिए. कहा कि महिलाएं सशक्त होंगी, तभी समाज और देश सशक्त होगा. उपविकास आयुक्त दीपांकर चौधरी ने पंचायती राज व्यवस्था की महत्ता को रेखांकित करते हुए महिला जनप्रतिनिधियों से संविधान के 73वें संशोधन, झारखंड पंचायती राज अधिनियम और संबंधित नियमावली का गहन अध्ययन करने का आह्वान किया. उन्होंने महिला प्रतिनिधियों को स्थानीय संसाधनों का उपयोग कर क्षेत्र के विकास के लिए पहल करने की सलाह दी. जिला पंचायती राज पदाधिकारी ने राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान एवं सशक्त पंचायत नेत्री अभियान की विस्तृत जानकारी दी और कहा कि सशक्त महिला ही सशक्त समाज की आधारशिला है. कार्यशाला में जिला जनसंपर्क पदाधिकारी पलटू महतो, जिला नियोजन पदाधिकारी आशा मैक्सिमा लकड़ा, बीडीओ केरसई ज्ञानमणि एक्का, जिला परिषद सदस्यगण, प्रमुख, पंचायत समिति सदस्य, मुखिया एवं वार्ड सदस्य सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे.
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