सिमडेगा. दिल में यदि कुछ कर गुजरने की इच्छा हो, तो हर बाधाएं दूर हो जाती हैं और कामयाबी उसकी कदम चूमती है. कुछ इस प्रकार का कार्य किया है सदर प्रखंड के सेवई निवासी दासो देवी ने. दासो देवी चंदा स्वयं सहायता समूह की सक्रिय सदस्य है. वर्ष 2017 में वह समूह से जुड़ी थी. समूह से जुड़ने से पूर्व वह गृहिणी थी. वर्षों पूर्व उनके पति का निधन हो चुका है और अपने दो बेटों कर साथ रह रही हैं. समूह से जुड़ने के बाद समूह की बैठक में नियमित रूप से भाग लेते हुए उन्हें जेएसएलपीएस द्वारा संचालित व सरकार की अन्य महत्वाकांक्षी योजनाओं के बारे में कर्मियों द्वारा विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी. साथ ही आर्थिक रूप से सशक्तीकरण के लिए प्रोत्साहित किया गया. शुरू में उन्होंने अपने संयुक्त परिवार में टेंट का बिजनेस शुरू किया, किंतु इसमें उन्हें सफलता नहीं मिली. इसके बाद समूह से कुल एक लाख, ग्राम संगठन से दो लाख व जेएसएलपीएस के सहयोग से बैंक ऑफ इंडिया द्वारा व्यक्तिगत ऋण एक लाख, 84 हजार लेकर लगभग सात लाख, 50 हजार रुपयों से नीलकंठ आइस एजेंसी के नाम से एक प्रतिष्ठान चलाना शुरू किया. वर्तमान में उनके निवास स्थान में ही लगभग 10 डीप फ्रीजर खरीद कर उन्होंने आइसक्रीम वेंडर के रूप में व्यापार शुरू किया. वर्ष में लगभग सात महीने उनका आइसक्रीम का कारोबार अच्छा चलता है. इसके अलावा अन्य दिनों में शादी विवाह में लिए गये ऑर्डर के अनुरूप आपूर्ति की जाती है. उनके दोनों बच्चे व्यापार में उनका सहयोग करते हैं. विलिस ब्रांड की आइसक्रीम का कारोबार उनके द्वारा किया जाता है. इनके पास वर्तमान में अभी लगभग 15 वेंडर हैं, जिनसे आइसक्रीम का कारोबार किया जाता है. कारोबार अच्छा चलने के कारण लिये गये ऋण का भुगतान भी आसानी से किया जा रहा है. वर्तमान में लगभग 16 से 17 लाख वार्षिक टर्नओवर के साथ दासो देवी अपना व्यापार सफलतापूर्वक संचालित कर रही हैं. यह अपना व्यापार और बढ़ाना चाहती हैं. साथ ही जो माल आपूर्ति हेतु मंगाया जाता है, उसका उत्पादन स्वयं करने की योजना बना रही है. इसके लिए जेएसएलपीएस के सहयोग से प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना के तहत 35 प्रतिशत अनुदान पर मशीन व इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए ऋण मुहैया कराने के लिए प्रक्रिया चल रही हैं. आज लखपति दीदी कहलाने के साथ ही अन्य समूह की दीदियों के लिए प्रेरणास्रोत बन गयी है.
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