सिमडेगा. कोलेबिरा प्रखंड के पोगोलोया, बरसलोया, जामटोली, जोन्हाटोली समेत अन्य गांवों में ग्राम स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर महिला किसानों को प्राकृतिक खाद का प्रशिक्षण दिया गया. आजीविका कृषक मित्र व बीआरपी लाइवलीहुड कैडर ने महिला किसानों को प्राकृतिक व जैविक तरीके से कंपोस्ट पिट, जीवामृत, घनजीवामृत, बीजामृत व दशपर्णी अर्क तैयार करने की विधियां सिखायी गयीं. यह सभी जैविक विधियां आगामी मानसून के दौरान उपयोग में लायी जायेंगी, जिससे मिट्टी की उर्वरता बनी रहेगी और फसलों की गुणवत्ता में वृद्धि होगी. प्रशिक्षण पूरे मई माह में कोलेबिरा के विभिन्न गांवों में आयोजित किया जायेगा, जिससे किसानों को सतत कृषि में लाभ प्राप्त होगा. प्राकृतिक व जैविक खाद के प्रयोग को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से यह प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है. प्रायः यह देखा जाता है कि किसान रासायनिक खाद का प्रयोग करते हैं, जिससे स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. जबकि जैविक व प्राकृतिक खाद का उपयोग से उत्पादित फसल स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल अनुकूल है.
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