चक्रधरपुर. रेलवे की उत्पादकता व कार्यप्रणाली में सुधार लाने के उद्देश्य से डीआरएम सभागार में गुरुवार को चक्रधरपुर रेल मंडल प्रशासन व दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस यूनियन के बीच वर्ष 2025 की पहली पीएनएम) की बैठक शुरू हुई. यह बैठक शुक्रवार को भी होगी. वरीय मंडल कार्मिक अधिकारी डॉ ऋषभ सिन्हा की अध्यक्षता में हुई पीएनएम के पहले दिन मेंस यूनियन ने कर्मचारियों से जुड़े 30 मुद्दों का प्रमुखता के साथ उठाया. इसमें चार मुद्दों पर रेल प्रशासन ने सहमति जतायी. बैठक में कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं एवं उनको मिलने वाली सुविधाओं पर चर्चा की गयी. मेंस यूनियन की ओर से चक्रधरपुर, टाटानगर व बंडामुंडा रेलवे अस्पताल की ओपीडी में चिकित्सकों की संख्या बढ़ाने, एंबुलेंस, पीएमइ मेडिकल चेकअप के लिए अस्पतालों का विकल्प देने, पुराने अस्पताल भवनों को तोड़कर झारसुगुड़ा व टाटानगर में नये अस्पताल भवन बनाने, चक्रधरपुर में दवा वितरण के लिए दो काउंटर बनाने व विद्युत (सामान्य) में ट्रेन लाइटिंग, एसी व विद्युत विभाग में कार्यरत रेलकर्मियों को पदोन्नति देने व एसी लगाने की प्रक्रिया को सरल करने के मुद्दों को प्रमुखता के साथ रखा गया. इसपर रेल अधिकारियों ने सहमति जतायी. इस मौके पर डॉ सुब्रत मिश्रा, मेंस यूनियन के शिवजी शर्मा, जवाहर लाल और एके सिंह आदि मौजूद थे. पीएमइ के लिए अस्पतालों का मिलेगा विकल्प. डांगुवापोसी इलाके के कर्मचारी पीएमइ (स्वास्थ्य जांच) कराने के लिए रेलवे अस्पतालों का चयन कर सकते हैं. इसके लिए रेलवे द्वारा टाटा, चक्रधरपुर व बंडामुंडा अस्पतालों का विकल्प दिया जायेगा. संरक्षा व परिचालन से जुड़े कर्मचारियों को विकल्प चयन करने की पूरी आजादी होगी. सुविधा के अनुसार तीनों अस्पतालों में कहीं भी पीएमइ करा सकेंगे.
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