
चक्रधरपुर. चक्रधरपुर प्रखंड की होयोहातु पंचायत स्थित प्राथमिक विद्यालय कोटसोना चार माह से बंद पड़ा है. इससे ग्रामीणों में आक्रोश है. स्कूल में कार्यरत शिक्षक प्रदीप महतो स्कूल नहीं जाते हैं. इससे स्कूल में अध्ययनरत 24 बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो गया है. स्कूल को नियमित संचालित करने के लिए कोटसोना गांव में डाकुवा सोंगा हेंब्रम की अध्यक्षता में ग्रामीणों की बैठक हुई. ग्रामीणों ने कहा कि चार माह पहले स्कूल के शिक्षक संजय दास की पोस्टिंग दूसरे स्कूल में हो गयी. उनके स्थान पर प्रदीप महतो की पोस्टिंग हुई. जबसे प्रदीप महतो की पोस्टिंग हुई है, तबसे स्कूल बंद है. इससे बच्चों की पढ़ाई लिखाई चौपट हो गयी है. बच्चों का भविष्य अंधकार होता नजर आ रहा है. इतना ही नहीं स्कूल पूरी तरह जर्जर है.
चुआं के पानी से बनता है मध्याह्न भोजन
स्कूल में किचन, चापाकल और शौचालय नहीं है. स्कूली बच्चों का मध्याह्न भोजन पेड़ के नीचे चुआं के दूषित पानी से पकाया जाता है. शौचालय नहीं होने के कारण बच्चों को मजबूरन खुले में शौच जाना पड़ता है. दूषित पानी का सेवन करने से बच्चों के स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है. मध्याह्न भोजन बनाने के लिए बच्चों को ही पानी और लकड़ी जुटाना पड़ता है. ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग से मांग करते हुए कहा कि जर्जर स्कूल को तोड़कर पक्का भवन का निर्माण किया जाये. स्वच्छ पेयजल के लिए सोलर जलमीनार, किचन रूम और गैस सिलेंडर की व्यवस्था की जाए. बच्चों को आधुनिक शिक्षा मुहैया कराने के लिए स्कूल में बिजली और कंप्यूटर की व्यवस्था की जाये. ग्रामीणों ने कहा कि बच्चों के भविष्य को देखते हुए उपायुक्त से लिखित शिकायत की जायेगी. इस मौके पर रामेश्वर हेंब्रम, तुरी हेंब्रम, रामसिंह हेंब्रम, मदाब सामड, मोमका हांसदा, मनोज सामड, तीराराम हांसदा, लखींद्र लोहार, लांडु सामड आदि मौजूद थे.प्रत्येक दिन खुलता है स्कूल : शिक्षक
प्राथमिक विद्यालय कोटसोना के शिक्षक प्रदीप महतो ने कहा कि प्रत्येक दिन स्कूल खुलता है. ग्रामीणों द्वारा लगाया गया आरोप बेबुनियाद है. गुरुवार और शुक्रवार को भी स्कूल गये थे. 17 बच्चों का आधार कार्ड लेकर बीआरसी में जमा किए हैं. उन्होंने कहा कि स्कूल भवन की स्थिति दयनीय है. किचन नहीं है. गैस सिलेंडर नहीं रहने के कारण लकड़ी पर भोजन पकाया जाता है.
उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने कहा कि मामला गंभीर है. मामले की जानकारी नहीं है. मामले की जानकारी लेकर उचित कार्रवाई के लिए शिक्षा विभाग को निर्देश दिया जायेगा.एसडीओ श्रुति राजलक्ष्मी ने कहा कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलना मौलिक अधिकार है. अगर स्कूल बंद है, तो जांच कर शिक्षक पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
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