रेलकर्मी आदित्य साहू के पुत्र भवानी साहू पर गोली चलाने का आरोप
जानकारी के मुताबिक मनबोध सहर (33) स्कूटी से रात करीब 12 बजे पुरानी बस्ती पहुंचा. यहां कुछ युवक पहले से घात लगाकर बैठे थे. युवकों ने खंभे में लगीं लाइटें बंद कर दी थी. अंधेरे का फायदा उठाकर युवकों ने मनबोध सहर के सीने में गोली मार दी. गोली लगने पर मनबोध युवकों से बचने के लिए भागने लगा. भागने के क्रम में मनबोध गिर पड़ा और अधिक रक्तस्राव होने से उसकी मौत हो गयी.
आपसी विवाद में हुई हत्या : थाना प्रभारी
चक्रधरपुर थाना प्रभारी राजीव रंजन ने कहा कि आपसी विवाद में युवक की हत्या हुई है. सभी युवक शराब के नशे में धुत थे. नशे में भवानी साहू ने संजय नदी के बालिया घाट में बम फेंका. मनबोध ने बम फेंकने से मना किया. इसी पर बात आगे बढ़ गयी. यहां से कुछ युवक भवानी साहू के घर पहुंचे. यहां पर कुछ युवकों मनबोध को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया. कुछ देर बाद मनबोध सहर भी वहां पहुंच गया. इसके बाद भवानी साहू ने मनबोध सहर पर पिस्टल से गोली चला दी. गोली लगने से मनबोध की घटनास्थल से 10 कम की दूरी पर ही मौत हो गई. पुलिस हत्यारोपी भवानी साहू की खोज में जुट गयी है. मनबोध की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. स्थानीय लोगों ने बताया कि युवक मनबोध काफी मिलनसार लड़का था.
चाचा के उकसाने पर भतीजे ने चलायी गोली
चाचा, पिता व पुत्र ने हत्यारोपी को छिपाया
घटना के बाद भवानी साहू ने अपने पिता आदित्य साहू और छोटे भाई विक्की साहू को घटना के बारे में जानकारी दी. सूचना पाकर पिता और भाई पुरानी बस्ती के गलीसाई पहुंचे. इसके बाद सड़क के बीच गिरे शव को देखा. पता चला कि मनबोध की मौत हो चुकी है. इसके बाद पिता आदित्य साहू और छोटे भाई विक्की साहू ने बड़े भाई भवानी साहू को साथ में लेकर चले गये. सभी ने हत्यारोपी भवानी साहू को छिपा दिया.
स्वच्छ छवि का था मनबोध
घर से बुलाकर भाई को गोली मार दी : मनोज सहर
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