पहली बार विधायक बने भजनलाल शर्मा को क्यों मिली राजस्थान की गद्दी, पार्टी में कितनी मजबूत है पकड़? जानें 6 कारण
राजस्थान के नए मुख्यमंत्री के तौर पर भजनलाल शर्मा आज शपथ लेंगे. इस कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी समेत कई दिग्गज शामिल होंगे. आखिर भजनलाल शर्मा की संगठन में पकड़ कितनी मजबूत है? आइए जानते उनके ऊपर भरोसा जताने के छह बड़े कारण.
By Aditya kumar | December 15, 2023 11:44 AM
Rajasthan CM Bhajanlal Sharma : राजस्थान के नए मुख्यमंत्री के तौर पर भजनलाल शर्मा आज शपथ लेंगे. इस कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी समेत कई दिग्गज शामिल होंगे. लेकिन, क्या आपको पता है कि चुनावी परिणाम के बाद से सीएम के नाम की घोषणा तक खुद भजनलाल शर्मा को इस सूची में शामिल नहीं माना जा रहा था. वसुंधरा राजे, महंत बालकनाथ, गजेंद्र सिंह शेखावत, दिया कुमारी समेत कई केंद्रीय मंत्री सीएम रेस में थे फिर अचानक से यह नाम कैसे? क्यों बीजेपी ने भजनलाल शर्मा पर विश्वास जताया? आखिर भजनलाल शर्मा की संगठन में पकड़ कितनी मजबूत है? आइए जानते उनके ऊपर भरोसा जताने के छह बड़े कारण.
ऐसा माना जाता है कि भजनलाल शर्मा विवादों में कभी नहीं रहे है, इस कारण से पार्टी ने उनपर विश्वास जताया है और राज्य की बागडोर उनके हाथ में थमाई है. साथ ही कहा यह भी जाता है कि उन्हें पार्टी की तरफ से जो भी दायित्व सौंपे गए है उसका हर मोर्चे पर डट कर सामना किया है.
साथ ही भजनलाल शर्मा एक ब्राह्मण और युवा चेहरा है. ऐसे में भजनलाल को सीएम बनाकर पार्टी ने ब्राह्मण समाज को साधने की कोशिश है.
ऐसा भी कहा जा रहा है कि पार्टी एक साधारण कार्यकर्ता को सीएम पद की जिम्मेदारी देकर कार्यकर्ताओं के भीतर जोश भरना चाहती है कि पूरी पार्टी का कोई भी कार्यकर्ता कभी भी ऊंचे पद पर बैठ सकता है अगर उसमें काबिलियत हो.
कहा यह भी जाता है कि भजनलाल शर्मा पार्टी के भीतर किसी भी गुट का हिस्सा नहीं है. इसे में उनके नाम पर किसी को भी किसी तरह की गुंजाइश नहीं थी.
राजनीतिक तौर पर भजनलाल शर्मा संगठन की विचारधारा से भली-भांति परिचित हैं. छात्र जीवन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से वह जुड़े हुए रहे है और बाद में आरएसएस के भी सक्रिय कार्यकर्ता के तौर पर काम किया. फिर पार्टी में कई पदों को भी संभाला.
साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि भजनलाल शर्मा के जरिए पार्टी की अंदरुनी गुटबाजी पर लगाम लगाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है. ऐसे में आरएसएस और अभाविप से पुराना नाता होने की वजह से भी उनके नाम पर कोई आपत्ति ना हुई हो.
हालांकि, भजनलाल शर्मा पहली बार ही विधायक चुने गए है लेकिन उन्हें इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है. ऐसे में इसपर उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि मोदी की गारंटी को राज्यभर के हरेक नागरिक तक पहुचाने में हम लगेंगे. आज शपथ ग्रहण समारोह से पहले भजनलाल शर्मा ने मंदिर में पूजा की और एक आचार्य का भी आशीर्वाद प्राप्त किया. साथ ही अपने माता-पिता का आशीर्वाद लेकर समारोह के लिए निकल गए. जानकारी हो कि आज के समारोह में पीएम मोदी समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्री और कई दिग्गज मौजूद रहेंगे.