डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही
दरअसल, कुछ महीनों पहले महिला का प्रसव हुआ था. कुचामन जिले के एक सरकारी अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों ने लापरवाही बरतते हुए तौलिया महिला मरीज की पेट में ही छोड़ दिया था. इसके कारण वो तीन महीनों तक दर्द से परेशान रही. टॉवल महिला की आंतों से चिपक गया था. इसी अवस्था में डॉक्टरों ने टांके लगा दिए थे.
सीटी स्कैन में गांठ की तरह आया नजर
एम्स में जब डॉक्टरों ने महिला का सीटी स्कैन किया तो आंतों से चिपका टॉवल किसी गांठ की तरह दिखा. डॉक्टरों ने इसके बाद ऑपरेशन करने का फैसला किया. वहीं, ऑपरेशन के दौरान जब डॉक्टरों ने पेट में टॉवल देखा तो वो भी चौंक गए. इसी टॉवल के कारण महिला तीन महीनों तक दर्द से कराहती रही थी. तौलिया के कारण महिला के कई अंगों को भी नुकसान पहुंचा है.
तौलिया को जांच के लिए भेजा गया
एम्स के डॉक्टरों ने महिला के शरीर से निकाले तौलिए को जांच के लिए भेजा है. डॉक्टरों का कहना है कि वो देखना चाहते हैं कि क्या इसके कारण कोई बैक्टीरिया या कोई अन्य बीमारी तो नहीं पनप गया है. ऐसे में महिला का समय रहते सही इलाज किया जा सकता है. वहीं, तौलिया निकालने के बाद महिला को डॉक्टरों ने खाने-पीने में सावधानी बरतने की सलाह दी है.
लापरवाह डॉक्टरों के खिलाफ शिकायत दर्ज
वहीं, इस मामले में महिला के परिजनों ने डॉक्टरों के खिलाफ राजस्थान हाईकोर्ट का रुख किया है. पीड़िता और परिजनों की ओर से हाईकोर्ट के अधिवक्ता ने मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया और मानवाधिकार आयोग से लापरवाही के खिलाफ शिकायत की है. तीन सदस्यों की टीम मामले की जांच कर रही है.
Also Read: Cabinet Decision PAN 2.0: केंद्र सरकार ने दी PAN 2.0 और दो पनबिजली परियोजनाओं को मंजूरी, जानिए कैबिनेट के अहम फैसले