UP GIS-23: अखिलेश बोले- निवेश के नतीजे में आएगा जीरो, कागज पर छपी मोमबत्ती दिखाने से नहीं होता उजाला…

अखिलेश यादव ने कहा कि पिछली बार भी योगी सरकार ने इसी तरह से जोर शोर के साथ इन्वेस्टर्स समिट किया था और लाखों करोड़ के एमओयू होने का दावा किया था. लेकिन, जमीन पर कोई निवेश दिखाई नहीं दिया था. जब देश से पूंजीनिवेश नहीं हुआ तो मंत्रियों, अधिकारियों को विदेशों की सैर कराई गई.

By Prabhat Khabar News Desk | January 5, 2023 10:44 PM
feature

Lucknow: राजधानी में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि यूपी में भाजपा सरकार पूंजीनिवेशक सम्मेलन के नाम पर सिर्फ शोर मचाने का काम कर रही है, उसके नतीजों में जीरो आना है.

बिना ठोस परिणाम के प्रचार भाजपा के बाएं हाथ का खेल

अखिलेश यादव ने कहा कि बिना ठोस परिणाम के किसी भी बात का धुआंधार प्रचार, विज्ञापन और उसका एजेंट मैनेजमेंट भाजपा के बाएं हाथ का खेल है, जिसमें वह माहिर है. लेकिन, दिखावटी निवेश से उत्तर प्रदेश का विकास नहीं होगा. कागज पर छपी मोमबत्ती दिखाने से उजाला नहीं होता है.

पूंजीनिवेश के नाम पर मंत्रियों-अफसरों को विदेशों की कराई सैर

अखिलेश यादव ने कहा कि इसके पूर्व जो निवेशक सम्मेलन हुए उसका रिजल्ट कार्ड कहां है? पिछली बार भी भाजपा सरकार ने इसी तरह से जोर शोर के साथ इन्वेस्टर्स समिट किया था और लाखों करोड़ के एमओयू होने का दावा किया था. लेकिन, जमीन पर कोई निवेश दिखाई नहीं दिया था. उन्होंने कहा कि जब देश से पूंजीनिवेश नहीं हुआ तो मंत्रियों, अधिकारियों को विदेशों की सैर कराई गई.

हवा में लाठियां भांज रही सरकार

सपा अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री स्वयं मुम्बई में उद्योगपतियों को उत्तर प्रदेश में लाने के लिए को मनाने गए हैं. उत्तर प्रदेश के हालात देखकर यहां कोई भी उद्योगपति और व्यापारी निवेश को तैयार नहीं हैं. पूंजीनिवेश के मामले में भाजपा सरकार हवा में ही लाठियां भांजती नजर आ रही है.

विकास दर में यूपी सबसे नीचे

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की गलत नीतियों से यूपी विकास के मामले में लगातार पिछड़ता जा रहा है. हाल ही में वित्तीय वर्ष 2021-22 की विकास दर को लेकर देश के सभी राज्यों जो आंकड़ा आया है, उसमें उत्तर प्रदेश सबसे नीचे पहुंच गया है. इसके लिए पूरी तरह से भाजपा सरकार जिम्मेदार है. अब क्या उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार इस नकारात्मक उपलब्धि का उल्टा होर्डिंग लगवाएगी? पिछले दिनों उद्योग बंधु की बैठक में उद्यमियों ने शिकायत की कि हर बैठक में अधिकारी बदल जाते हैं, उनके बयान बदल जाते है और नए-नए बहाने बता दिए जाते हैं. व्यापारियों की समस्याओं के समाधान की दिशा में कुछ भी कार्रवाई नहीं होती है.

Also Read: Ayodhya: रामलला की मूर्ति 8.5 फीट रखने का सुझाव, सूर्य की किरणों से होगा ​अभिषेक, इस भाव में देंगे दर्शन
छह साल में हुए एमओयू का बताएं सच

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार कई बार मांग करने के बाद भी नहीं बता पाई कि उसकी सरकार में अब तक कितना पूंजी निवेश हुआ और कहां-कहां फैक्टरियां लगी. साथ ही कितने लोगों को नौकरी रोजगार मिला. मुख्यमंत्री बताएं कि वह जिस एमओयू का जिक्र करते हैं, उनमें से कितने छह सालों में जमीन पर उतरे.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version