50 हजार से अधिक युवाओं का डाटा
यहां से जॉब के नाम पर ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरफ्तार किए गए हैं. दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के दौरान कॉल सेंटर से 50,000 से अधिक युवाओं का डाटा मिला है. इससे 25 हजार युवाओं से जॉब के नाम पर ठगी होने का अनुमान लगाया जा रहा है.
रिचा ने नौकरी के लिए किया था आवेदन
दिल्ली निवासी रिचा ने नौकरी के लिए एक साइट पर आवेदन किया था. इसके बाद तीन अलग-अलग नंबरों से फोन कर हल्दीराम कंपनी में मैनेजर के पद पर नौकरी लगवाने का झांसा दिया गया. आरोपियों ने रजिस्ट्रेशन, सैलरी अकाउंट खुलवाने अच्छा पद दिलाने के नाम पर उनसे 270072 रुपये अलग-अलग खातों में जमा कराए. इसके बाद नियुक्ति पत्र भेजा था. मगर, वह फर्जी निकला.
कॉल सेंटर चलाने वाले आरोपियों ने ऑनलाइन कंपनियों से युवाओं का डाटा खरीद लिया था. इसके बाद युवाओं से जॉब के नाम पर ऑनलाइन पंजीकरण कराते थे. वह बहुराष्ट्रीय कंपनियों में बड़े पदों पर नौकरी का झांसा देकर सैलेरी अकाउंट, रजिस्ट्रेशन आदि खुलवाने के नाम पर लाखों रुपए लिया करते थे. इसी तरह से दिल्ली की रिचा को भी ठग लिया. आरोपी देश भर के युवाओं को जॉब के नाम पर ठग रहे थे.
पुलिस ने चार आरोपियों को लिया हिरासत में
दिल्ली पुलिस ने छापा मारकर फर्रुखाबाद जनपद के कायमगंज थाना क्षेत्र के दारापुर रशीदाबाद देवरिया गांव निवासी प्रांशु उर्फ अंशुल, हिमांशु उर्फ विशाल, हरियाणा के फरीदाबाद जनपद के रोशननगर अगवानपुर गांव निवासी पंकज पांडे और दिल्ली के बदरपुर निवासी दीपक यादव को गिरफ्तार किया है. इनको दिल्ली पुलिस साथ ले गई है. दिल्ली पुलिस को आरोपियों ने बताया कि 6 साल से कॉल सेंटर चला रहे थे. आरोपियों को कई भाषाओं का ज्ञान था. दक्षिण भारत से लेकर यूपी के युवाओं को भी ठग रहे थे.
सर्विलांस से किया गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस इंस्पेक्टर अरुण कुमार ने रिचा की शिकायत के बाद आरोपियों के फोन नंबर सर्विलांस पर लगाए. इसके बाद उनकी लोकेशन की जानकारी की गई. इसके बाद बरेली में छापा मारा. इसके बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
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रिपोर्ट: मुहम्मद साजिद, बरेली