यहां से शुरू हुआ विवाद
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के एमएम हॉल में शनिवार देर रात कुछ छात्र बैडमिंटन खेल रहे थे. इस दौरान पीएचडी कर रहा एक कश्मीरी छात्र वहां पहुंचा और उसने दूसरे छात्रों से कहा कि शोर की वजह से उसे परेशानी हो रही है. इसलिए खेल बंद कर दें. आरोप है कि खेल उसके बाद भी बंद नहीं हुआ तो कश्मीरी छात्र ने खेल मैदान का बल्ब तोड़ दिया. इससे आक्रोशित बैडमिंटन खेल रहे छात्रों ने उसके साथ मारपीट की.
एएमयू प्रशासन ने शिकायत के बाद भी नहीं की कार्रवाई
कश्मीरी छात्र के मुताबिक उसको तमंचे से भी धमकाने का प्रयास किया गया, जिसके बाद इसकी शिकायत एएमयू प्रशासन से की गई, लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिसके बाद देर रात कश्मीरी छात्रों ने गेट बंद कर धरना प्रदर्शन किया.
आतंकी बताकर किया गया हमला
वहीं, छात्र जिब्रान का आरोप है कि इस दौरान भी अन्य छात्रों ने कश्मीरी छात्रों को आतंकवादी बताया और उनके ऊपर कट्टे और तमंचे से हमला किया गया. इस दौरान प्रॉक्टोरियल टीम ने भी उग्र छात्रों को शह दी. प्रकरण को लेकर सोमवार को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्र जिला मुख्यालय पर पहुंचे और एडीएम सिटी मीनू राना से मिलकर अपनी शिकायत दर्ज कराई.
कश्मीरी छात्रों ने भेदभाव के लगाए आरोप
कश्मीरी छात्रों का कहना है कि उनके साथ भेदभाव करते हुए उन्हें आतंकवादी कहा जाता है. यह उन्हें किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं है. इतना ही नहीं उनके ऊपर हमला किया जाता है, जिसकी कई बार अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी प्रशासन से शिकायत की गई. लेकिन, आज तक पूरे मामले में कोई एक्शन नहीं लिया गया.
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प्रशासन ने शिकायत मिलने पर कार्रवाई की कही बात
कश्मीरी छात्रों के आरोप पर अलीगढ़ एडीएम सिटी मीनू राना ने बताया कि कश्मीरी छात्रों के साथ आज बैठक हुई है. छात्रों की शिकायत थी कि उन्हें अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में सुरक्षा नहीं मिल पा रही है. उसके साथ आए दिन मारपीट की जाती है, जिसके बाद अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के सब रजिस्ट्रार से बात की गई है और छात्रों के साथ बैठकर इस मसले को निपटाने का निर्देश दिया गया है. मंगलवार को प्रॉक्टर के साथ बैठक की जाएगी. छात्रों की तरफ से अगर कोई शिकायत मिलेगी तो उस पर प्रशासन की तरफ से कार्रवाई की जाएगी. समान रूप से सभी की सुरक्षा की जा रही है.