पूर्व मंत्री और उनके दोनों बेटे अब सोनभद्र जेल में शिफ्ट
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पूर्व मंत्री की गिरफ्तारी और जेल जाने के बाद भी उनसे मुलाकात करने वालों का सिलसिला लगातार जारी था, जिसको लेकर एसएसपी ने कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए शासन को रिपोर्ट भेजी थी. इस संबंध में एसएसपी रोहित सिंह सजवान ने बताया कि, तीन दिन पहले रिपोर्ट भेजी गई थी, जिसके चलते उन्हें शासन के आदेश के अनुसार तीनों पिता-पुत्र को अलग-अलग जिलों में शिफ्ट कर दिया गया है. साथ ही जेल में जिन-जिन लोगों ने याकूब कुरैशी और उनके बेटों से मुलाकात की है. उनका क्या कनेक्शन है, इसकी भी जांच की जा रही हैं.
दिल्ली से हुई थी याकूब और इमरान की गिरफ्तारी
दरअसल, पुलिस ने पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी और उसके बेटे इमरान कुरैशी को 7 जनवरी के दिन दिल्ली से गिरफ्तार किया था. पुलिस को सूचना मिली थी कि याकूब और इमरान राजधानी के चांदनी महल इलाके में अपने किसी परिचित के यहां छिपे हैं. आरोपी याकूब का बेटा फिरोज कोर्ट में सरेंडर होकर 1 महीने पहले जेल चला गया, जबकि पत्नी संजीदा बेगम अग्रिम जमानत पर बाहर हैं. यूपी की बसपा सरकार में मंत्री रहे याकूब कुरैशी को यूपी पुलिस ने दिल्ली पुलिस की मदद से दिल्ली के चांदनी महल इलाके से गिरफ्तार किया था.
क्या था पूरा मामला
दरअसल, याकूब कुरैशी और उनके परिवार सहित 7 लोगों पर गैंगस्टर की धारा में मुकदमा पंजीकृत है. ये मामले उस वक्त दर्ज किए गये थे, जब 31 मार्च 2022 को हापुड रोड पर याकूब कुरैशी की फैक्ट्री में पुलिस ने छापेमारी की थी. जहां अवैध तरीके से मीट पैकिंग का काम चल रहा था. इसके बाद पुलिस ने याकूब और उनकी पत्नी संजीदा बेगम और बेटे इमरान व फिरोज समेत 17 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था.