क्रांतिकारियों को पकड़ने के लिये खर्च हुये 10 लाख रुपये
सीएम योगी ने कहा कि 1922 में गोरखपुर के चौरी चौरा की ऐतिहासिक घटना हो या फिर 9 अगस्त 1925 को लखनऊ के काकोरी की यह घटना. देश की आज़ादी के लिए मर मिटने वाले क्रांतिकारियों ने ₹4,679 जो ट्रेन में खजाने के रूप में जा रहा था. उसे रोककर ले लिया था. इस ऐतिहासिक घटना में शामिल क्रांतिकारियों को गिरफ्तार करने के लिए ब्रिटिश सरकार ने तब ₹10 लाख से अधिक खर्च किया था.
अनगिनित बलिदान से धरती बनती है लोकपूज्य
सीएम योगी ने कहा कि धरतीलोक पूज्य तब बन पाती है, जब अनगिनत बलिदान होते हैं. जब हम जाति, मत, मजहब, क्षेत्र और भाषा के आधार पर बंटे होंगे, तो यह विभाजन हमारी ताकत का ही विभाजन करेगा, भारत को कमजोर करेगा, विकास को बाधित करेगा. अव्यवस्था, अराजकता जैसी तमाम विकृतियों को जन्म देगा. भारत की ताकत, भारत की सामूहिकता है.
15 अगस्त को पूरा देश अमृत महोत्सव का साक्षी बनेगा
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 135 करोड़ की आबादी जब एक साथ बोलती है तो भारत दुनिया भर में सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में ही नहीं, बल्कि लोकतंत्र की मां के रूप में भी दुनिया को प्रतिनिधित्व व मार्गदर्शन करते हुए दिखाई देता है. आज हम सभी का सौभाग्य है कि यह देश अपनी आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. 15 अगस्त 2022 को आज़ादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर पूरा देश इस अमृत महोत्सव का साक्षी बनेगा.
डाक टिकट किया जारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काकोरी ट्रेन एक्शन की याद में डाक टिकट जारी किया. इसके अलावा संस्कृति विभाग के रेडियो जयघोष का शुभारंभ किया. साथ ही उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, क्रांतिकारियों और शहीदों के परिजनों को सम्मानित भी किया. इस मौके पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के साथ ही विधायक जयदेवी, आशुतोष टंडन और महेंद्र सिंह मौजूद थे.