Lakhimpur Kheri Assembly Chunav: आजादी के बाद से लखीमपुर खीरी जिले में कांग्रेस का ही प्रभुतव रहा है. यह जिला भारत-नेपाल बॉर्डर और पीलीभित, शाहजहांपुर, हरदोई, सीतापुर एवं बहराइच जिलों की सीमा से घिरा हुआ है. पहले इस जगह को लक्ष्मीपुर जिले के नाम से जाना जाता था. इस जनपद में साल 1977 में पहली बार नरेश चंद वर्मा जनता पार्टी से विधायक बने थे. इसके बाद वे फिर तीन बार कांग्रेस के विधायक रहे. फिर कांग्रेस यहां वापस नहीं आ सकी. लंबे समय तक सपा का कब्जा रहने के बाद इस बार भाजपा से योगेश वर्मा चुनाव जीते हैं. यहां के प्रमुख पर्यटनस्थलों में गोला, देवकाली, लिलौटीनाथ और फ्रांग मंदिर आदि विशेष रूप से प्रसिद्ध है. क्षेत्रफल की दृष्टि से यह जनपद उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े जिलों में से हैं.
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