लखनऊ बिल्डिंग हादसे के मामले में यजदान बिल्डर की बड़ी लापरवाही सामने आई है. यजदान ने असुरक्षित तरीके से बिल्डिंग बनाकर फ्लैट बेचे थे. प्राप्त जानकारी के अनुसार, पांच मंजिला इमारत के पिलर सिर्फ 9-9 इंच के थे. कमजोर बुनियाद के बावजूद बेसमेंट खुदाई हो रही थी. बैंक्वेट हॉल के लिए बेसमेंट खोदा जा रहा था. ऐसे में एलडीए ने यजदान बिल्डर पर भी बड़ी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है.
मंडलायुक्त डॉ रोशन जैकब ने लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) के अधिकारियों को अपार्टमेंट के मालिक- मोहम्मद तारीक, नवाज़िश शाहिद के साथ ही अपार्टमेंट का निर्माण कराने वाले यजदान बिल्डर पर तत्काल मुकदमा पंजीकृत कराने के निर्देश जारी कर दिए हैं. मंडलायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि, यजदान बिल्डर्स के द्वारा बनाई गई अन्य बिल्डिंगों को भी चिन्हिंत कर जांच की जा रही है. अवैध निर्माण की स्थिति में तत्काल ध्वस्तीकरण कराया जाएगा.
लखनऊ में पांच मंजिला अलाया अपार्टमेंट ढहने के बाद से अब तक 14 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है, जबकि तीन लोगों के अभी भी दबे होने की जानकारी है. रेस्क्यू ऑपरेशन के बीच स्लैब के नीचे दबे लोगों को ऑक्सीजन दी जा रही है. सेना की असम रेजीमेंट भी देर रात मौके पर पहुंच गई. वहीं घटना के बाद आलोका अवस्थी (30), रंजना अवस्थी (58), उन्नति (19) और खालिद (20) केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर में भर्ती हैं. इसके अलावा देर रात मुस्तफा हैदर (6), नसरीन (50), अमीर हैदर (87), एमवाई खान (59), और एस्ले बर्न 70 साल का इलाज जारी है. फिलहाल, सभी लोग सुरक्षित हैं.