Gorakhpur: ग्रामीण क्षेत्र में बनेंगे 22 हजार से अधिक शौचालय, लाभार्थियों के खाते में पहुंची पहली किस्त

Gorakhpur News: गोरखपुर में नागरिकों द्वारा शौचालय निर्माण के लिए आवेदन के बाद आवेदनों का सत्यापन कराया जा रहा है. जिनमें अभी तक 22 हजार 859 लोगों का सत्यापन हो चुका है. जिसके बाद से इन लोगों के खाते में प्रथम किस्त का 6 हजार रुपये भेजा जा चुका है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 20, 2023 5:49 PM
an image

Gorakhpur News: स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण द्वितीय चरण के तहत गोरखपुर में 13 करोड़ 71 लाख रुपए मिले हैं. जिसमें 22 हजार 859 शौचालय बनेंगे. इन परिवारों के खाते में प्रथम किस्त के रूप में 6–6 हजार रुपये भेजे जा चुके हैं. जल्द ही शौचालय बनाने के कार्य पूरे कर लिए जाएंगे. इसकी निगरानी भी नियमित रूप से की जा रही है. शहर में शौचालय निर्माण के लिए कुल 45 हजार 701 आवेदन किए गए थे.

शहर में नागरिकों द्वारा शौचालय निर्माण के लिए आवेदन के बाद आवेदनों का सत्यापन कराया जा रहा है. जिनमें अभी तक 22 हजार 859 लोगों का सत्यापन हो चुका है. जिसके बाद से इन लोगों के खाते में प्रथम किस्त का 6 हजार रुपये भेजा जा चुका है. शौचालय निर्माण का काम पूरा कराने के लिए नियमित निगरानी की जा रही है. निर्माण का कार्य शुरू होने के बाद जियो टैग करा कर दूसरी किस्त भेजी जाएगी.

क्या कहा जिला पंचायत राज अधिकारी ने 

जिला पंचायत राज अधिकारी हिमांशु शेखर ठाकुर ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022–23 में लक्ष्य के अनुसार स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण द्वितीय चरण में भारत सरकार की वेबसाइट पर किए गए आवेदनों में से अब तक सत्यापित हो चुके हैं. आवेदनों की प्रथम किस्त की धनराशि आवेदकों के खाते में भेज दी गई है. जिसके बाद शौचालय का कार्य शुरू होने के बाद जियो टैग करा कर दूसरी धनराशि भेजी जाएगी. उन्होंने बताया कि 45 हजार 701 आवेदकों ने आवेदन किया था जैसे-जैसे सत्यापन रिपोर्ट आ रही है, लाभार्थियों के खाते में धनराशि भेजी जा रही है.

Also Read: UP Board Exam 2023: सेक्टर मजिस्ट्रेट की निगरानी में होंगी प्रायोगिक परीक्षाएं, गोरखपुर में भी बना कंट्रोल रूम

जिला पंचायत राज अधिकारी हिमांशु शेखर ठाकुर ने बताया कि कोई भी परिवार जो अभी तक शौचालय से वंचित है या वह परिवार से अलग रह रहे हैं या कहीं और दूसरे जगह मकान बनवा कर रहे हैं. उस परिवार के मुखिया शौचालय के लिए आवेदन कर सकते हैं.

रिपोर्ट –कुमार प्रदीप, गोरखपुर

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version