दरअसल, सोशल मीडिया पर एक फॉर्म तेजी से वायरल हो रहा है. इस फॉर्म को खुराफातियों ने ठीक वैसे ही तैयार किया जैसे अन्य सरकारी फॉर्म होते हैं. फॉर्म के ऊपर सबसे पहले बाकायदा भारत सरकार लिखा गया है. इसके बाद लिखा है शराब की पाइप लाइन कनेक्शन हेतु आवेदन… इसके नीचे बड़े सरल शब्दों में लिखने की कोशिश की गई है, जैसा की हर चोर कोई न कोई गलती करता है, ये वाला भी हिंदी लिखने में गलती कर गया. फिर भी ऐसे लिखा गया है कि पीने वाले भी आसानी से समझ जाएं कि उनके लिए सरकार ने सच में कोई योजना चलाई है.
वायरल फॉर्म में लिखा है कि, माननीय प्रधानमंत्री जी ने रोज पीने वालों के लिए शराब की पाइप लाइन का कनेक्शन देने का फैसला लिया है. जो भी अच्छुक हो वो 11 हजार के डिमांड ड्राफ्ट के साथ इस आवेदन पत्र को भरकार प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO Office) जमा करवाएं. आगे लिखा है कि आवेदन प्राप्त होने के एक महीने बाद निरीक्षण करके आवेदक के घर मीटर के साथ शराब की पाइप लाइन को जोड़ दिया जाएगा. बाद में खपत के अनुसार, बिल घर पर आएगा. नीचे आवेदन का नाम लिखने के लिए जगह छोड़ दी गई है. साथ ही एक फोटो के लिए भी जगह दी है.
इस फर्जी फॉर्म को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स तो मजे ले ही रहे हैं. साथ ही पीआईबी ने भी इसका पर्दाफाश करते-करते मजे ले लिए. पीआईबी ने लिखा है कि चिल गाइज. अपनी आशाओं को अब इतनी भी ऊंचाइयों पर मत ले जाइये. हालांकि, PIB Fact Check में खबर पूरी तरह से फर्जी पाई गई है.
Posted by Sohit Kumar