प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वाराणसी आगमन से पहले ट्वीट कर अपनी उत्सुकता जाहिर की. काशी आगमन से पहले पीएम ने ट्वीट कर लिखा, ‘वाराणसी में होने वाले काशी तमिल संगमम् कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर बहुत उत्सुक हूं. यह एक ऐसा भव्य और ऐतिहासिक अवसर होगा, जिसमें भारत के सांस्कृतिक जुड़ाव और तमिल भाषा की सुंदरता का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा.
काशी तमिल संगमम् कार्यक्रम के लिये वाराणसी में बीएचयू के एम्फी थिएटर ग्राउंड में तमिलनाडु की सांस्कृतिक विविधता को दर्शाने के लिए 75 स्टॉल लगाए गए हैं. इनमे तमिलनाडु के हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम से बने उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा. इसके अलावा फ्रीडम फाइटर्स पर आधारित एक प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी. नेशनल बुक ट्रस्ट की प्रदर्शनी, सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ़ लैंग्वेज की ओर से प्रदर्शनी और पब्लिक कन्वर्सेशन का भी आयोजन होगा. 30 दिन तक चलने वाले काशी तमिल संगमम् में 51 सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा. इसमे तमिलनाडु के करीब-करीब सभी रंग दिखेंगे.
तमिलनाडु की संस्कृति से जुड़े सांस्कृतिक कार्यक्रमों में मुख्यतः मीनाक्षी चितरंजन का भरतनाट्यम, तमिलनाडु का फोक म्यूजिक, इरुला व अन्य ट्राइबल नृत्य, विल्लुपाट्ट एक प्राचीन संगीतमय कथा-कथन, पौराणिक ऐतिहासिक ड्रामा, शिव पुराण, रामायण और महाभारत पर आधारित कठपुतली शो देखने को मिलेंगे. ये आयोजन दर्शाएंगे कि काशी और तमिलनाडु की भाषा, खान-पान, रहन सहन भले ही अलग हो, लेकिन अभिव्यक्ति का तरीका और इसकी आत्मा एक ही है.