उपद्रव पर उतारू लोगों पर पुलिस ने चटकाईं लाठियां, तलाशी में मिले छतों पर पत्थर

करमपुर चौधरी गांव में लॉकडाउन के बावजूद ज्यादातर लोग घर से बाहर निकल रहे थे. पुलिस लगातार गश्त के दौरान उन पर दबाव भी बना रही थी. मंगलवार को जब पुलिस ने और ज्यादा सख्ती की तो दुस्साहस दिखाने चौकी पहुंच गये. यह उन्हें महंगा पड़ा और पुलिस ने हमले के प्रयास के बाद उपद्रव पर उतारू लोगों पर लाठियां चटकाईं. पुलिस ने घरों की तलाशी ली तो छतों पर पत्थर मिले हैं.

By Radheshyam Kushwaha | April 9, 2020 7:11 AM
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बरेली. उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के करमपुर चौधरी गांव में लॉकडाउन के बावजूद ज्यादातर लोग घर से बाहर निकल रहे थे. पुलिस लगातार गश्त के दौरान उन पर दबाव भी बना रही थी. मंगलवार को जब पुलिस ने और ज्यादा सख्ती की तो लोग दुस्साहस दिखाने चौकी पहुंच गये. यह उन्हें महंगा पड़ा और पुलिस ने हमले के प्रयास के बाद उपद्रव पर उतारू लोगों पर लाठियां चटकाईं. पुलिस ने घरों की तलाशी ली तो छतों पर पत्थर मिले हैं. तय हुआ है कि गांव में ड्रोन से निगरानी की जायेगी. डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने भी इस घटना की पूरी जानकारी अधिकारियों से ली है. चौकी की घटना के बाद पर्याप्त संख्या में फोर्स आने के बाद जब पुलिस गांव में घुसी तो पूरी तैयारी से थी. साथी पुलिसकर्मियों पर हमला और सीओ के घायल होने के बाद अधिकारी भी सख्ती के मूड में आ गये. एक-एक घर में घुसकर खुराफातियों को बाहर निकाला और गलती का अहसास कराया. अचानक हुई इस घटना से पुलिस के साथ ही खुफिया विभाग भी जांच में जुट गया है. पड़ताल हो रही है कि थोड़े ही समय में इतनी ज्यादा भीड़ किस तरह जुट गयी और किसने जुटायी.

पुलिस पर हमले के बाद सोशल साइट के माध्यम से चंद मिनट में यह घटना बरेली ही नहीं प्रदेश में फैल गयी. घबराये पुलिसकर्मियों को सीओ ने हिम्मत दी, कहा- आगे बढ़ो अचानक ढाई तीन सौ लोगों की भीड़ देख पुलिस घबरा गयी थी. काफी देर तक चौकी के बाहर भीड़ हंगामा भी करती रही. चौकी पर कम स्टाफ होने के चलते किसी तरह भीड़ को पुलिस कर्मी रोके रहे. बाद में सीओ तृतीय अभिषेक वर्मा के पहुंचने पर जब भीड़ बेकाबू होने लगी तो आसपास के सभी थानों का फोर्स मौके पर बुला लिया गया. इसके बाद सीओ के आगे बढ़ने पर पुलिस बल ने लाठी चलाईं.

पुलिस पर हमले की जानकारी पर गांव अफसर पहुंच गये. इसके बाद एसपी सिटी रविंद्र कुमार मौके पर पहुंचे. तब तक भीड़ भाग चुकी थी. वह पुलिस बल लेकर गांव पहुंचे और बवाल करने वालों को चिह्नित कर घरों से निकाल लिया. जमकर पीटा और थाने ले आये. कुछ युवकों ने छत से कूदकर भागने का प्रयास किया तो उन्हें भी वहीं धर दबोचा. किशोरियों को चेतावनी, महिलाओं को जमानत पर छोड़ाकरमपुर चौधरी गांव में लोगों के उपद्रव के बाद पुलिस ने जब धरपकड़ शुरू की तो प्रधान के घर की सात महिलाओं को पकड़ा. शुरुआती पूछताछ और जांच में पता चला कि पकड़ी महिलाओं में चार नाबालिग हैं. पुलिस ने उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया. वहीं, तीन अन्य महिलाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. हालांकि महिलाओं होने के कारण थाने से जमानत दे दी गयी. इसके अलावा पुलिस उपद्रव में शामिल अन्य लोगों की खोजबीन में जुटी है.

पुलिसकर्मियों का कराया उपचारघंटों तक उपद्रव में सीओ अभिषेक वर्मा के हाथ व पैर में चोट आयी. नजदीकी अस्पताल में उनका प्राथमिक उपचार कराया गया. सिपाही राजीव व अंकित भी घायल हुए. उन सभी लोगों का उपचार कराया गया. वहीं, उपद्रव में कुछ पुलिसकर्मियों को अंदरूनी चोटें भी आयी हैं.200 अज्ञात पर मुकदमाकार्रवाई में आड़े आयी तीन महिलाओं समेत 42 लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस थाने ले आयी. देर रात प्रधान पति तसव्वर को भी गिरफ्तार कर लिया गया. प्रकरण में गिरफ्तार 42 और 200 अज्ञात के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने, धारा 144 का उल्लंघन, हत्या का प्रयास, सरकारी संपत्ति को क्षति पहुंचाने, बवाल करने का मुकदमा दर्ज किया गया है. सड़क पर होता रहा हंगामा, बाद में गिरफ्तारीबैरियर वन पुलिस चौकी हाईवे पर है.

वहां दोपहर करीब सवा दो बजे से तीन बजे तक हंगामा होता रहा. भीड़ खदेडऩे के बाद पुलिस ने गांव का रुख किया और कई लोगों ने घर से खींचकर थाने लाई. पुलिस का आरोप है कि इन लोगों ने चौकी के सामने बवाल किया. देर रात पुलिस ने दर्ज मुकदमे में तसव्वर खां, फैजान, निजाकत, शहजाद, लियाकत, छोटे खान, आस मोहम्मद, नासिर खान, ताज मोहम्मद, मोहम्मद आसिफ, फिरोज, शाहरुख, मुस्तफा, शाहिद, फरियाद खान, ताहिर, बबलू, मोहम्मद जुबैर, मोहम्मद बारिश, आतिम, शाकिर, नासिर, इमरान, जाहिद, भसीन, मैसर अली, उवैश, हसमूदन खां, हनीफ अली, रियासत खान, मंजूर, लईक, कश्मीर खां, सद्दाम, रईस, हसीन अहमद, एहसान, समीर आदि को गिरफ्तार किया था.

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