Bareilly News: PWD ठेकेदार ने 83 लाख रुपये हड़पे, पूर्व विधायक आरके शर्मा ने सीएम योगी को लिखा पत्र
Bareilly News: बरेली के बारादरी थाने में कासगंज जनपद के करमपुर गांव निवासी पीडब्ल्यूडी ठेकेदार राकेश प्रताप सिंह समेत फर्म के अन्य लोगों के खिलाफ भुवनेश कुमार शर्मा ने लाखों रुपये की धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई है. पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है.
By Prabhat Khabar News Desk | December 31, 2022 4:51 PM
Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली के बारादरी थाने में कासगंज जनपद के करमपुर गांव निवासी पीडब्ल्यूडी ठेकेदार राकेश प्रताप सिंह समेत फर्म के अन्य लोगों के खिलाफ बरेली के भुवनेश कुमार शर्मा ने 82 लाख 83 हजार 566 रुपये की धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई है. पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.
इसी बीच भाजपा के पूर्व विधायक पंडित राधा कृष्ण (आरके) शर्मा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आरोपी ठेकेदार के चरित्र प्रमाण पत्र रद्द (कैंसिल) करने की मांग की है. इस मामले में भी जांच शुरू कर दी गई है. पत्र के साथ ही एफआईआर की कॉपी भी लगाई गई है. जिसके चलते जांच के बाद जल्द चरित्र प्रमाण कैंसिल होने की उम्मीद है.
शहर के बारादरी थाना क्षेत्र की आकाश पुरम कॉलोनी निवासी भुवनेश कुमार शर्मा मैसर्स स्टोन हाइट्स इंफ्रा कंपनी में मैनेजर हैं. उन्होंने कासगंज जनपद निवासी राकेश सिंह की फर्म में मैसर्स राकेश प्रताप सिंह चौहान के खिलाफ बारादरी थाने 82 लाख 83 हजार 566 रुपए की धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई है. उनका कहना है कि सड़क निर्माण कार्य के लिए राकेश प्रताप सिंह ने मटेरियल लिया था. इसके बिल और जीसटी बिल भी दिए गए हैं.
ठेकेदार राकेश प्रताप सिंह से बकाया रकम की मांग की गई, तो उन्होंने 58 लाख रुपए का का चेक दिया. यह चेक बाउंस हो गया. उनके घर और साइट पर पैसों के लिए कई बार चक्कर लगाए, लेकिन देने से मना कर दिया. वह खुद को सपा के पूर्व विधायक का रिश्तेदार बताते हैं. दबंग प्रवृत्ति के ठेकेदार ने कई बार बरेली घर से उठाने की भी धमकी दी. इसी को लेकर भुवनेश कुमार शर्मा ने आरोपी ठेकेदार राकेश प्रताप सिंह एवं अन्य पार्टनर के खिलाफ धारा 420, 406 और 506 में मुकदमा दर्ज किया है.
भाजपा के पूर्व विधायक पंडित आरके शर्मा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर कासगंज जनपद से जारी चरित्र प्रमाण पत्र निरस्त करने की मांग की. उन्होंने पत्र के साथ एफआईआर की कॉपी भी लगाई है. इसके साथ ही कमिश्नर अलीगढ़, डीएम कासगंज समेत तमाम अधिकारियों को पत्र भेजा है.