आगरा में वैज्ञानिक बना रहे अनोखी सड़क
केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (CSIR) के वैज्ञानिकों की देखरेख में बार्ममिक्स टेक्नोलॉजी से सड़क का निर्माण किया जा रहा है. इस संबंध में सीएसआइआर की वैज्ञानिक अंबिका बहल ने बताया कि इस टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर ठंड के मौसम में भी उच्च गुणवत्ता के साथ सड़क का निर्माण किया जा सकता है.
यूपी में पहली बार बार्ममिक्स टेक्नोलॉजी का उपयोग
यूपी में पहली बार इस तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है. यह सड़कें जल्दी उखड़ती नहीं हैं. इस तकनीक से बनने वाली सड़क आम सड़कों की तुलना में ज्यादा चलती हैं, और बारिश में भी जल्द खराब होने का खतरा नहीं रहता. इस तकनीक पर बनी सड़कों पर हुए रिसर्च से पता चला कि ये तीन साल तक चली हैं, और पर्यावरण में कम कार्बन का उत्सर्जन होता है. इसके अलावा फ्यूल की भी कम खपत होगी.
जीरो डिग्री में भी बनाई जा सकती है सड़क
दरअसल, अभी तक ठंडे इलाके में बार्ममिक्स टेक्नोलॉजी का उपयोग कर सड़क बनाई जाती हैं. बॉडर्र रोड ऑर्गनाइजेशन इस तकनीकी ठंडे इलाकों में सड़क का निर्माण करती है, लेकिन यूपी में पहली बार इस तकनीक से सड़क बनाई जा रही है. इस सड़क के निर्माण के लिए बिटुमिन में ईवोथर्म नामक केमिकल का उपयोग किया जाता है, जोकि कम तापमान पर ये बिटुमिन को आपस में जोड़े रखता है. इस तकनीक के जरिए जीरो डिग्री में भी सड़क का निर्माण किया जा सकता है.