चीन के साथ झड़प पर मायावती बोलीं- सेना ने दिया मुंहतोड़ जवाब, सरकार कूटनीतिक कुशलता का दे परिचय

मायावती ने अरुणाचल प्रदेश स्थित तवांग में भारतीय सेना और चीन के जवानों बीच झड़प में देश के जवानों के घायल होने पर चिंता जतायी है. मायावती ने भारतीय सेना की मुंहतोड़ जवाब देने की कार्रवाई को जहां सराहनीय बताया है, वहीं सरकार से कूटनीतिक कदम उठाने की मांग की है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 13, 2022 11:24 AM
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Lucknow: अरुणाचल प्रदेश स्थित तवांग में भारतीय सेना और चीन के जवानों बीच झड़प को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती का ट्वीट सामने आया है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को ट्वीट कर इस घटना को दुखद बताया.

बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने अरुणाचल प्रदेश स्थित तवांग में भारतीय सेना और चीन के जवानों बीच झड़प में देश के जवानों के घायल होने पर चिंता जतायी है. मायावती ने भारतीय सेना की मुंहतोड़ जवाब देने की कार्रवाई को जहां सराहनीय बताया है, वहीं सरकार से कूटनीतिक कदम उठाने की मांग की है.

कूटनीतिक तरीके से काबू पाना जरूरी

मायावती ने मंगलवार को ट्वीट किया कि अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत और चीन की सेना के बीच खूनी संघर्ष और उसमें कई सैनिकों के घायल होने की खबर अति-दुःखद व चिन्तनीय है. उन्होंने कहा कि कि यूक्रेन युद्ध के परिणामों से पीड़ित एवं सहमी दुनिया में भारत-चीन सेना के बीच नए संघर्ष पर तुरन्त कूटनीतिक तरीके से काबू पाना जरूरी है.

सेना ने किया अपना काम, अब सरकार की जिम्मेदारी

बसपा सुप्रीमो ने कहा कि भारतीय सेना ने चीन के साथ ताजा मामले में भी एक बार फिर जैसे को तैसा मुंहतोड़ जवाब देकर अपनी प्रसिद्धि के अनुरूप कार्य किया है, जो सराहनीय है.अब सरकार की जिम्मेदारी है कि अपनी कूटनीतिक कुशलता का परिचय दे, यही देश को उम्मीद है. अपनी इन्टेलिजेन्स को भी और मजबूत बनाना होगा.

9 दिसंबर को हुई थी घटना

दरअसल अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीनी सेना में झड़प के दौरान दोनों पक्षों के कई सैनिक घायल हो गए. घटना 9 दिसंबर की है. घायलों का इलाज गुवाहाटी के सैनिक अस्पताल में हो रहा है.

चीन की पीएलए के सैनिकों का देखा गया जमावड़ा

सेना ने इस घटना की पुष्टि की है. लेकिन, किसी तरह की जानकारी साझा नहीं की गई है. सेना के मुताबिक इस एलओसी पर भी सीमा रेखा को लेकर विवाद है और गश्त के दौरान अक्सर तनातनी हो जाती है. स्थानीय सूत्रों के अनुसार एलएसी पर चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों का जमावड़ा 9 दिसंबर को देखा गया था. भारतीय सेना के जवानों ने उन्हें ऐसा करने से मना किया और दृढ़ता से उन्हें आगे बढ़ने से रोका. इसके बाद हुई झड़प में दोनों पक्षों के सैनिकों को चोटें आईं. झड़प के तत्काल बाद दोनों पक्ष अपने इलाकों में लौट गए.

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फ्लैग मीटिंग में हुई चर्चा

घटना के बाद भारत के स्थानीय कमांडर ने चीनी पक्ष के कमांडर के साथ फ्लैग मीटिंग की और पहले से तय व्यवस्था के तहत शांति और स्थिरता कायम करने पर चर्चा की. सेना के सूत्रों ने बताया कि तवांग में एलएसी के कुछ इलाके ऐसे हैं जहां दोनों ही पक्ष अपना दावा करते हैं और यहां दोनों देशों के सैनिक गश्त करते हैं.

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