भाजपा राज में घरेलू अर्थव्यवस्था हुई चौपट
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा राज में आज जनसामान्य की जिंदगी दूभर हो गई है. महंगाई की मार ने लोगों की कमर तोड़ दी है. बाकी कसर पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों ने, खाद्य पदार्थों के दामों ने पूरी कर दी. अब तो घरेलू ईंधन गैस के दामों में बढ़ोत्तरी से घरेलू अर्थ व्यवस्था भी चौपट हो गई है. इससे महिलाओं को सबसे ज्यादा कष्ट पहुंचा है.
खाने-पीने की चीजों में लगातार हो रही वृद्धि
अखिलेश यादव ने कहा कि जुलाई से लेकर अगस्त महीने के बीच रिफाइंड, सरसों का तेल और अरहर की दाल के दामों में 5 से 10 रुपये की बढ़ोत्तरी हुई है. वहीं थोक में चीनी के दाम जहां गत माह 3600 रुपये प्रति क्विंटल थे, अब यह 3900 रुपये प्रति क्विंटल हो गए हैं. इसमें और भी वृद्धि की सम्भावना है. उन्होंने कहा कि जब से भाजपा सरकार आई है, तभी से खाने पीने की चीजों में लगातार बढ़ोत्तरी हुई है. समझ में नहीं आता है कि घर-गृहस्थी पर चोट करके भाजपा को क्या मिल रहा है?
Also Read: UP Assembly Election 2022 : अखिलेश यादव बोले- बदलाव चाहती है जनता, आने वाले समय में बनेगी सपा सरकार
गैस सिलेण्डर के दामों में हुआ दोगुना इजाफा
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि एक ओर जहां उज्ज्वला योजना का प्रचार हो रहा है, वहीं दूसरी ओर ऐसे हालत पैदा किए जा रहे हैं कि गरीब या मध्यम वर्गीय दोबारा गैस सिलेण्डर ही न खरीद पाए. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार डेढ़ साल पहले ही गैस पर सब्सिडी बंद कर चुकी है. पिछले वर्षों में गैस सिलेण्डर के दामों में दोगुनी से ज्यादा मूल्य वृद्धि हुई है. सब्सिडी वाले एल.पी.जी. गैस सिलेण्डर की कीमत में एक जनवरी से कुल 165 रुपये प्रति सिलेण्डर की बढ़ोत्तरी हुई है. लखनऊ में अब यह रसोई गैस सिलेण्डर 897.50 रुपए में मिल रहा है.
सपा पर है जनता का भरोसा
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि जनता रोज-रोज की महंगाई से बुरी तरह त्रस्त हो चुकी है. अब उसने ठान लिया है कि वह 2022 में किसी भी हालत में भाजपा को फिर सत्ता में नहीं आने देगी. जनता का भरोसा सपा पर है, जिसने विकास को गति दी थी और जनसामान्य के जीवन को समाजवादी सरकार में सुविधाजनक बनाया था.
Posted by : Achyut Kumar