बरेली : अपर जिला सत्र न्यायाधीश (भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम) मोहम्मद अहमद खान को जेल में बंद जिस चुन्नीलाल को जमानत देने के लिए धमकी दी गई थी, वह बोला-मैं धमकी देने वाले को जानता भी नहीं. उल्टे उसने आशंका जताई है कि यह उसके खिलाफ साजिश हो सकती है. उधर धमकी देने वाले का अब तक पता नहीं चल सका है.
बता दें, खुद को मुरादाबाद निवासी बताने वाले फहीम पाकिस्तानी ने चुन्नीलाल की जमानत मंजूर न करने पर पत्र के जरिए एडीजे खान को परिवार सहित जान से मारने की धमकी दी थी. उनकी तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जेल में बंद चुन्नीलाल से पूछताछ की. उधर एक टीम उस गांव में भी गई जहां का फहीम ने खुद को रहने वाला बताया था. मगर वहां इस नाम का कोई शख्स नहीं मिला. इसके बाद यह तो साफ हो गया कि किसी ने साजिशन पत्र लिखा है.
अब पुलिस मुरादाबाद के उस डाकघर के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है, जहां से 11 दिसंबर को दोपहर 12.56 बजे स्पीड पोस्ट से चिट्ठी भेजी गई थी. 11 दिसंबर को डाकघर में आने वाले कई लोगों के नंबर भी सर्विलांस पर लगाए गए हैं.
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चुन्नीलाल महिला कल्याण विभाग के मुरादाबाद ऑफिस में लिपिक है. भ्रष्टाचार के एक मामले में वह सात माह से बरेली जिला जेल में बंद है. इस मामले की जांच कर रहे दरोगा विक्रम सिंह ने अदालत से अनुमति लेकर वहां चुन्नीलाल से पूछताछ की. पुलिस का कहना है कि जल्द ही पत्र भेजने वाले को पकड़ लिया जाएगा. वहीं, पत्र मिलने के बाद पुलिस लाइन से एक गनर जज को दे दिया गया.
Posted By : Amitabh Kumar