Rangbhari Ekadashi: गोरखपुर में कई जगहों पर रंगभरी एकादशी मनाई गई ओन्ली आज गोरखपुर के मुक्तेश्वर नाथ मंदिर में रंगभरी एकादशी का आयोजन किया गया इस मंदिर में पिछले 50 वर्षों से यह परंपरा चली आ रही है होली त्योहार से पहले पड़ने वाली एकादशी यानी रंगभरी एकादशी के दिन इस मंदिर में रंगभरी एकादशी महोत्सव मनाया जाता है.महाशिवरात्रि के बाद पड़ने वाली एकादशी को रंगभरी एकादशी त्योहार के रूप में मनाया जाता है. कहा जाता है कि महाशिवरात्रि के दिन शिवजी और पार्वती के विवाह के पश्चात आज के दिन उनका द्विरागमान यानी भोजपुरी भाषा में इसे गवना कहा जाता है.जिस दिन वह विवाह के बाद दुल्हन की विदाई कराई जाती है उसे भोजपुरी में गवना का नाम दिया जाता है. Video
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