World Blood Donor Day: रक्तदान से नहीं होता नुकसान, एक यूनिट रक्त बचाये कई जान
14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस मनाया जाता है. इस वर्ष World Blood Donor Day 2022 की थीम- 'Donating blood is an act of solidarity, Join the effort and save lives' यानी 'रक्तदान करना एकजुटता का कार्य है, प्रयास में शामिल हों और जीवन बचाएं' है.
By Prabhat Khabar Digital Desk | June 14, 2022 2:06 PM
डॉ. राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (RMLIMS) के ब्लड बैंक के प्रभारी डॉ. वीके शर्मा के अनुसार एक यूनिट से चार अवयव प्लाज्मा (Plasma), रेड ब्लड सेल (CRBC), प्लेटलेट (Platelet) और क्रॉयोप्रेसिपिटेट निकलते हैं. इनमें से प्लाज्मा, रेड ब्लड सेल और प्लेटलेट अलग-अलग तीन लोगों की जान बचाने में काम आती है. जबकि क्रॉयो का इस्तेमाल भी जीवन रक्षक दवा बनाने में होता है.
प्लाज्मा का उपयोग जले हुए मरीजों, प्रसूताओं के इलाज में किया जाता है. प्लेटलेट्स को डेंगू, वायरल फीवर, सेप्टीसीमिया और मलेरिया के मरीजों को दिया जाता है. खून की कमी और थैलेसीमिया के मरीजों के इलाज में रेड ब्लड सेल की जरूरत पड़ती है. इससे समझा जा सकता है कि एक यूनिट रक्तदान करने से कोई भी व्यक्ति तीन लोगों की जान बचाने का कार्य करता है.
क्यों मनाया जाता है रक्तदाता दिवस
विश्व रक्तदाता दिवस कार्ल लैंडस्टीनर की जयंती के रूप में मनाया जाता है. कार्ल लैंडस्टीनर का जन्म 14 जून 1868 को हुआ था. इन्होंने एबीओ ब्लड ग्रुप सिस्टम की खोज की थी. इसके लिए कार्ल को नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. वर्ष 2004 में WHO ने पहली बार विश्व रक्तदाता दिवस मनाना शुरू किया था. जिससे सभी देशों को लोगों को स्वैच्छिक रक्तदान के लिए प्रोत्साहित किया जा सके. इस दिन स्वैच्छिक रक्तदान करने वालों का सम्मान भी किया जाता है. जगह-जगह रक्तदान शिविर भी लगाए जाते हैं.
कौन कर सकता है रक्तदान
18 से 50 वर्ष की उर्म का कोई भी स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकता है