यदुकुल पुनर्जागरण मिशन लड़ेगा दलितों-पिछड़ों की लड़ाई, शिवपाल यादव और डीपी यादव ने बनाया संगठन

यूपी में गुरुवार को यदुकुल पुनर्जागरण मिशन नाम एक नये संगठन की घोषणा की गयी. इस मिशन में शिवपाल सिंह यादव, डीपी यादव, पूर्व विधायक रामपाल यादव सहित कई बड़े नेता मौजूद थे. मिशन के पदाधिकारियों का दावा है कि वह दलितों और पिछड़ों के लिये कार्य करेंगे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 1, 2022 6:45 PM
feature

Lucknow: उत्तर प्रदेश के पेरियार कहे जाने वाले जाने-माने विचारक और ‘सच्ची रामायण’ नामक प्रसिद्ध ग्रंथ लिखने वाले ललई सिंह यादव के जन्मदिन के मौके पर यूपी में एक नये संगठन की नींव पड़ी. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल यादव और पश्चिमी उत्तर प्रदेश नेता डीपी यादव ने इस नये संगठन की घोषणा गुरुवार को एक प्रेस कांफ्रेंस की.

सामाजिक न्याय की लड़ाई को आगे बढ़ाएगा मिशन: डीपी यादव

प्रसपा लोहिया के माल एवेन्यू स्थित कार्यालय पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में शिवपाल यादव ने कहा कि यदुकुल पुनर्जागरण मिशन में केवल यादव समाज ही शामिल नहीं है, अपितु पिछड़े और दलित वर्गों की अन्य जातियां भी शामिल हैं. यह संगठन सामाजिक न्याय की लड़ाई को आगे बढ़ाएगा. डीपी यादव की अध्यक्षता में बने इस संगठन ने मुझे संरक्षक की जिम्मेदारी दी ‌‌‌‌है. इस जिम्मेदारी को पूरे मनोयोग से निभाने की कोशिश करुंगा. उन्होंने कहा कि इस संगठन का मकसद किसी का विरोध करना नहीं है.

जातीय जनगणना और अहिर रेजीमेंट बनाने की मांग 

शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि संगठन का लक्ष्य जातीय जनगणना, अहिर रेजीमेंट बनाने, बेरोजगारों को सरकारी नौकरी दिलाना या फिर उनको प्रति महीना देश की समृद्धि में आर्थिक हिस्सेदारी दिलाना, न्यूनतम समर्थन मूल्य कानून बनवाना है. अध्यक्ष डीपी यादव कहा कि यदुकुल पुनर्जागरण मिशन पिछड़े हैं और वंचित की आवास बनेगा. खासकर युवकों को सभी स्तर की इकाइयों में तरजीह दी जाएगी. दहेज प्रथा, सामाजिक कुरीतियों और अंधविश्वास के खिलाफ काम करना इस मिशन की प्राथमिकता होगी.

किसी के पार्टी या व्यक्ति के खिलाफ नहीं है संगठन

डीपी यादव ने कहा कि इस संगठन का काम अखिलेश यादव या किसी भी अन्य राजनेता को निशाना बनाना नहीं है. हमारा काम जोड़ना है, यादवों को ही नहीं अन्य जातियों को भी इस संगठन से जोड़ा जाएगा. संयोजक भरत गांधी ने कहा कि यदुकुल पुनर्जागरण मिशन केवल यादव समाज के हितों का प्रतिनिधित्व नहीं करेगा अपितु कुर्मी, लोधी, मौर्या, जाट, गुर्जर, पासी और निषाद सहित अन्य सभी समुदायों के हितों के लिए काम करेगा.

11 सूत्रीय मिशन पर होगा कार्य 

अध्यक्ष डीपी यादव ने बताया कि इस मिशन के 11 सूत्र हैं. जातिगत जनगणना कराना, अहीर रेजिमेंट बनाना, 18 साल के ऊपर के सभी लोगों को या तो सरकारी नौकरी दिलाना या उनको प्रतिमाह ₹8000 दिलाना, देश की 2 सबसे बड़ी कंपनियों का राष्ट्रीयकरण करना, न्यूनतम समर्थन मूल्य कानून बनवाना आदि. यह संगठन न तो किसी राजनीतिक पार्टी के विरोध में है न तो किसी राजनीतिक पार्टी के समर्थन में है. यह संगठन यूपी के लखनऊ से शुरू हो रहा है लेकिन यह हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार और अन्य राज्यों में भी काम करेगा.

पिछड़ाें और दलितों के हित में करेंगे कार्य 

संयोजक भरत गांधी ने कहा कि संगठन किसी के प्रतिद्वंदिता में नहीं बन रहा हैं. अपितु यदुकुल समाज के जितने संगठन चल रहे हैं. उन सभी संगठनों के जिलाध्यक्ष यदुकुल पुनर्जागरण मिशन की जिला कमेटी के पदेन सदस्य होंगे. इसी तरह की व्यवस्था प्रदेश और देश के स्तर पर भी कायम की गई है. प्रेसवार्ता में बिसवां सीतापुर के पूर्व विधायक रामपाल यादव, सरोजिनी नगर लखनऊ के पूर्व विधायक श्याम किशोर यादव, ठाकुरद्वारा मुरादाबाद के पूर्व विधायक विजय सिंह यादव, उन्नाव के पूर्व जिला पंचायत राम कुमार यादव और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदित्य यादव भी मौजूद थे.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version