बहू पर थी गंदी नजर, इसलिए बेटे से करता था झगड़ा
जांच में सामने आया कि मृतक पुष्पेंद्र अपने पिता की असामान्य हरकतों से परेशान था. आरोप है कि उसका पिता अपनी ही बहू पर बुरी नजर रखता था, जिसे लेकर घर में अक्सर तनाव रहता था. पुष्पेंद्र और उसकी पत्नी मथुरा में रहते थे, लेकिन पारिवारिक पर्व होली पर वह अकेला अपने पैतृक गांव लौटा था. बहू के न आने से पिता नाराज हो गया और उस दिन विवाद ने हिंसक रूप ले लिया.
बहस के बाद धारदार हथियार से की हत्या
होली के दिन घर के भीतर ही पिता-पुत्र के बीच बहस शुरू हो गई. नशे में धुत पिता का गुस्सा इस कदर फूटा कि उसने पास रखे धारदार हथियार से बेटे पर हमला कर दिया. पुलिस का कहना है कि हमले के दौरान पिता ने बेटे के सीने में चाकू घोंप दिया, जिससे पुष्पेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई.
हत्या को आत्महत्या दिखाने की कोशिश
वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी ने पूरे घटनाक्रम को आत्महत्या का रूप देने की साजिश रच डाली. उसने मृतक के पास एक तमंचा रख दिया और शव के जख्म के भीतर एक जिंदा कारतूस दबा दिया ताकि लगे कि पुष्पेंद्र ने खुद को गोली मारकर जान दी है. आरोपी ने अपनी मां चंद्रवती से यह बयान दिलवाया कि पुष्पेंद्र ने खुदकुशी की है.
पोस्टमॉर्टम में हुआ बड़ा खुलासा
शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया, जहां मेडिकल जांच में एक बड़ा खुलासा हुआ. डॉक्टरों ने पाया कि मौत गोली लगने से नहीं, बल्कि धारदार हथियार से हुए गंभीर घाव के कारण हुई है. जख्म करीब दो सेंटीमीटर गहरा था और उसमें जानबूझकर एक कारतूस ठूंसा गया था. इसके बाद पुलिस ने पूरे मामले को हत्या के नजरिए से देखना शुरू किया.
आरोपी पिता गिरफ्तार, जेल भेजा गया
पुलिस ने जब तकनीकी साक्ष्य और मोबाइल कॉल डिटेल्स खंगाले, तो सारे सुराग पिता की तरफ इशारा करने लगे. एसीपी लोहामंडी मयंक तिवारी के नेतृत्व में टीम ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जहां उसने जुर्म कबूल कर लिया. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.