शवों के दाह के लिए प्रशासन से मांगा गया है निर्देश
मुकेश तिवारी , बीरभूम
जिले के सिउड़ी सदर अस्पताल के शवगृह (मोर्चरी) में लंबे समय से पड़े लावारिस शवों के सड़न से उठने वाली दुर्गंध से अस्पताल परिसर का वातावरण दूषित हो रहा है. इसकी वजह से अस्पताल में इलाज कराने आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
थानों से आये शव, पहचान नहीं
मॉर्चुरी की हालत यह है कि एक-एक ट्रे में दो-दो शव रखे जा रहे हैं. अब नये शवों को रखने की भी जगह नहीं बची है. शवों में 11 पुरुष, सात महिलाएं और एक की पहचान स्पष्ट नहीं है. महकमा शासक ने फिलहाल 10 नंबर सेल्फ के दो शवों के दाह का निर्देश दिया है. बाकी शवों के संबंध में संबंधित थानों से दोबारा रिपोर्ट मांगी गयी है. इनमें दो शव सिउड़ी जीआरपी द्वारा भेजे गये थे.
पहचान की कोशिश के बाद ही होता है अंतिम संस्कार
अस्पताल अधीक्षक के अनुसार, किसी भी लावारिस शव का दाह करने से पहले तय प्रक्रिया अपनायी जाती है. शवों के कपड़े, तस्वीरें और अन्य विवरण सहेजकर रखे जाते हैं ताकि यदि भविष्य में कोई व्यक्ति अपने परिजन की तलाश में यहां आये तो उसकी पहचान कर सके. फिलहाल दुर्गंध की वजह से अस्पताल परिसर में गंभीर स्थिति उत्पन्न हो रही है और शवों का शीघ्र निस्तारण आवश्यक हो गया है.
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