माकपा की रानीगंज एरिया कमेटी ने मंगलवार को वल्लभपुर ग्राम पंचायत की प्रधान को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें मनरेगा योजना के तहत 100 दिनों के काम की तत्काल बहाली और गरीबों को आवास योजना का लाभ सुनिश्चित करने सहित कई जनहितकारी मांगें उठायी गयीं.
माकपा नेता मलय कांति मंडल ने आरोप लगाया कि पिछले तीन वर्षों से अधिक समय से मनरेगा योजना बंद पड़ी है, जिससे आम लोग बेरोजगार हो गए हैं और मौजूदा महंगाई के दौर में उनके लिए जीवनयापन बेहद कठिन हो गया है.उन्होंने यह भी कहा कि कई गरीब लोग अभी भी आवास योजना के तहत घरों से वंचित हैं, जिससे उन्हें भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.कई लोग कच्चे मकानों में रह रहे हैं और उनके पास तिरपाल जैसी बुनियादी सुविधा भी नहीं है.
हेमंत प्रभाकर ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के बीच “सेटिंग ” का आरोप लगाया, जिसके कारण भ्रष्टाचार के नाम पर मनरेगा का काम बंद कर दिया गया है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि गरीबों को तिरपाल नहीं मिल रहा है, जबकि टीएमसी पार्टी कार्यालयों से तिरपाल 300 में बेचे जा रहे हैं और सरकारी तिरपालों का उपयोग टीएमसी नेताओं के घरों में निजी काम के लिए किया जा रहा है सरकारी आवास योजना में भी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया. प्रधान को ज्ञापन सौंपने के दौरान पार्टी की ओर से हेमंत प्रभाकर, मलय कांनती मंडल सहित कई अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे.
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