अवैध बालू खनन पर उठे सवाल
बर्नपुर. बर्नपुर के कालाझरिया स्थित पीएचई पंप हाउस से रीवर बेड पर बने वेल तक का पुल अचानक टूटकर दामोदर नदी में समा गया. इस घटना में पुल के दूसरी तरफ स्थित वेल टावर पर कार्यरत पीएचई कर्मी गौतम माजी फंस गये. घटना की सूचना मिलते ही कालाझरिया और आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और गौतम माजी को सुरक्षित निकालने की कोशिशें शुरू कर दीं.
पंप हाउस और प्रभावित क्षेत्र
बोरो सात के चेयरमैन शिवानंद बाउरी ने कहा कि पीएचई पंप हाउस की पाइप लाइन और सप्लाई ब्रिज टूटने से जल आपूर्ति बाधित होगी, लेकिन आसनसोल नगर निगम की ओर से प्रभावित क्षेत्रों में टैंकर के माध्यम से जलापूर्ति का प्रयास किया जायेगा.
अवैध खनन और लापरवाही के आरोप
भाजपा नेता कृष्णेंदु मुखर्जी ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और आरोप लगाया कि दामोदर नदी में अवैध बालू खनन के कारण रीवर बेड का स्तर लगातार नीचे चला गया है. उन्होंने कहा कि बारिश के दिनों में नदी का जलस्तर बढ़ने से नदी की तेज धार ने पंप हाउस के पिलर को कमजोर कर दिया था. पुल को स्थिर रखने के लिए पिलर के चारों ओर की मिट्टी का कटाव लगातार हो रहा था. मुखर्जी ने आरोप लगाया कि पीएचई विभाग की ओर से मरम्मत का कार्य भी नियमित रूप से नहीं किया गया, जिस कारण यह पुल टूटकर गिर गया है. उन्होंने आगे कहा कि कालाझरिया पंप हाउस से आसनसोल और बर्नपुर के कई इलाकों में पेयजल आपूर्ति की जाती है. पंप हाउस और वेल के बीच का वाटर सप्लाई पाइप टूटने के कारण कई दिनों तक इन इलाकों में जलापूर्ति बाधित रहेगी. उन्होंने इसे तृणमूल सरकार की लापरवाही और गैरजिम्मेदाराना रवैया बताया और आरोप लगाया कि ‘कटमनी की लालसा एवं देखरेख के अभाव के कारण यह घटना हुई है.’
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