‘नगर निगम में पार्किंग ऑपरेटरों से मिलीभगत कर हुआ करोड़ों का गबन’

मामले ने निगम की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिये हैं. राजू अहलूवालिया ने कहा कि निगम ने कुल 17 पार्किंग एजेंटों को ब्लैकलिस्ट किया है.

By GANESH MAHTO | June 9, 2025 10:30 PM
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17 ब्लैकलिस्टेट पार्किंग एजेंटों पर कानूनी कार्रवाई की मांग आसनसोल. तृणमूल कांग्रेस श्रमिक संगठन आइएनटीटीयूसी के वरिष्ठ नेता राजू अहलूवालिया ने अपनी ही पार्टी के शासन वाले निगम प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया कि पार्किंग ऑपरेटरों के साथ मिलीभगत करके करीब 10 करोड़ रुपये का गबन किया गया है. लेकिन मामले में निगम ने ना तो कोई कार्रवाई की, ना ही पुलिस ने कोई एक्शन लिया. मामले ने निगम की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिये हैं. राजू अहलूवालिया ने कहा कि निगम ने कुल 17 पार्किंग एजेंटों को ब्लैकलिस्ट किया है. लेकिन इनमें से किसी के खिलाफ भी कोई कानूनी कदम नहीं उठाया गया. उन्होंने सवाल उठाया कि 10 करोड़ रुपये की बकाया राशि आखिर किनके दबाव में छोड़ी जा रही है ? क्या रसूखदार लोगों को संरक्षण दिया जा रहा है? श्री अहलूवालिया ने इस मामले को जनता की गाढ़ी कमाई के साथ धोखाधड़ी करार देते हुए कहा कि यह एक बड़े घोटाले का संकेत हो सकता है. श्री अहलूवालिया ने इस पूरे मामले की स्वतंत्र जांच की मांग की है. उनका कहना है कि निगम की चुप्पी और निष्क्रियता यह दर्शाती है कि कहीं न कहीं बड़े स्तर पर गड़बड़ी हो रही है. उन्होंने जोर देकर कहा कि जनता को जवाब चाहिए कि 10 करोड़ रुपये की वसूली क्यों नहीं हुई ? क्या इसके पीछे कोई गुप्त सौदा है? उन्होंने प्रशासन से इस मामले में पारदर्शिता बरतने और दोषियों के खिलाफ सख्त सजा देने की मांग की. आसनसोल नगर निगम की पार्किंग व्यवस्था से जुड़ा यह विवाद न केवल प्रशासनिक नाकामी को दर्शाता है, बल्कि जनता के हितों की अनदेखी का भी प्रतीक बन गया है. अब यह देखना बाकी है कि निगम इन गंभीर आरोपों का जवाब दे पायेगा. जनता के खोये विश्वास को वापस जीत पायेगा.

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