पंचेत से छोड़ा गया 28000 क्यूसेक व मैथन से 7000 क्यूसेक पानी

पिछले दो दिनों से इलाके में हो रही भारी बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त हो चुका है. हर जगह सिर्फ पानी ही पानी है. ऐसे में डीवीसी की दो प्रमुख बांध मैथन और पंचेत से पानी छोड़ने का सिलसिला जारी है. जिससे निचले इलाकों में भारी आफत आयी हुई है.

By AMIT KUMAR | June 19, 2025 9:31 PM
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आसनसोल.

पिछले दो दिनों से इलाके में हो रही भारी बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त हो चुका है. हर जगह सिर्फ पानी ही पानी है. ऐसे में डीवीसी की दो प्रमुख बांध मैथन और पंचेत से पानी छोड़ने का सिलसिला जारी है. जिससे निचले इलाकों में भारी आफत आयी हुई है. इस मुद्दे को लेकर राज्य के मुख्य सचिव ने संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों के साथ ऑनलाइन बैठक की और हालात का जायजा लिया. पश्चिम बर्दवान के जिलाधिकारी पोन्नमबालम.एस ने कहा कि पूरी स्थिति पर प्रशासन नजर बनाए हुए है. हर स्थिति से निबटने के लिए तैयारी की गयी है.गौरतलब है कि बारिश के दौरान मैथन और पंचेत से पानी छोड़ने पर हर साल ही निचले हिस्सों में भारी तबाही होती है. जिसे लेकर हर बार राज्य सरकार के साथ झारखंड और केंद्र सरकार का टकराव होता है. इसबार भी पहली ही बारिश में स्थिति विस्फोटक हो गयी है. दो दिनों से लगातार हो रही बारिश से मैथन और पंचेत डैम में जलस्तर काफी बढ़ गया है. 15 जून को मैथन से छह हजार क्यूसेक और पंचेत से नौ हजार क्यूसेक, 16 जून को मैथन से 8500 क्यूसेक और पंचेत से 13,500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. भारी बारिश होते ही बुधवार को मैथन से 20 हजार क्यूसेक और पंचेत से 15 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. जिससे निचले हिस्से आफत आ गयी. गुरुवार को मैथन से सिर्फ सात हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया लेकिन पंचेत से 28 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. शुक्रवार को भी स्थिति कुछ ऐसे ही रहने की संभावना है. निचले हिस्सों में अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग के अनुसार आगामी कुछ दिनों तक बारिश लगातार है.

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