भाजपा जिलाध्यक्ष देबतनु भट्टाचार्य ने कहा— राज्य में ”मिनी पाकिस्तान” की बात करने वाले मंत्री की बातों को गंभीरता से लिया जाये आसनसोल. भाजपा जिलाध्यक्ष देबतनु भट्टाचार्य ने रविवार को आसनसोल के भाजपा जिला कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन कर पश्चिम बंगाल में वैध और अवैध रूप से रह रहे पाकिस्तानियों को चिह्नित कर उनकी सूची प्रकाशित करने की मांग की. उन्होंने बताया कि भाजपा जिला कमेटी के पदाधिकारी सोमवार को इस बाबत जिला अधिकारी को लिखित आवेदन देंगे. देबतनु भट्टाचार्य ने कहा कि कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. जांच में पाकिस्तान की संलिप्तता सामने आने के बाद केंद्र सरकार ने भारत में रह रहे वैध और अवैध पाकिस्तानियों को लेकर सख्त रुख अपनाया है. वीजा पर लंबे समय से भारत में रह रहे, विशेष रूप से गैर-डिप्लोमैटिक पाक नागरिकों की पहचान कर उन्हें पाकिस्तान वापस भेजने की तैयारी की जा रही है. उन्होंने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जिस राज्य में पाकिस्तान के झंडे लहराये जाते हैं, “पाकिस्तान जिंदाबाद ” के नारे लगाये जाते हैं, वहां पाकिस्तानियों की मौजूदगी स्वाभाविक मानी जा सकती है. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य के एक मंत्री ने हाल ही में ””मिनी पाकिस्तान”” शब्द का प्रयोग किया था. ऐसे में यदि मंत्री खुद ””मिनी पाकिस्तान”” की बात कर रहे हैं, तो वहां पाकिस्तानी नागरिकों के होने की आशंका नहीं, बल्कि दृढ़ विश्वास है. चंदननगर की घटना का दिया हवाला देबतनु ने दो दिन पहले हुगली जिले के चंदननगर में एक पाकिस्तानी महिला की पहचान होने की घटना का हवाला देते हुए कहा कि ऐसी ही कई पाकिस्तानी नागरिक राज्य के विभिन्न जिलों में छिपे हुए हैं. इनकी पहचान करना और सूची तैयार करना प्रशासन और पुलिस की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन सक्रिय हो जाये, तो राज्य में रह रहे सभी वैध और अवैध पाकिस्तानियों को चिह्नित कर उन्हें देश से बाहर भेजा जा सकता है. उन्होंने यह भी जोड़ा कि वे फिलहाल अवैध नागरिकों की नहीं, बल्कि वैध तरीके से रह रहे पाकिस्तानियों की सूची की बात कर रहे हैं. वैध रूप से आये लोगों की जानकारी पहले से ही पुलिस और प्रशासन के पास होती है, लेकिन वह सार्वजनिक नहीं की जा रही. इसलिए भाजपा अपने स्तर से राज्य के सभी जिलों में जिला अधिकारियों को आवेदन देकर मांग करेगी कि ऐसी सूची प्रकाशित की जाये ताकि इन लोगों को वापस पाकिस्तान भेजा जा सके.
संबंधित खबर
और खबरें