रोनाई इलाके के अहमदनगर निवासी मोहम्मद अत्ताउल, जो 9 मई को पंजाबी मोड़ के पास आसनसोल-रानीगंज मार्ग पर एक मिनी बस की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गये थे, अब भी जीवन-मृत्यु के बीच जूझ रहे हैं. मंगलवार को उनके परिवार और स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताते हुए रानीगंज के नये बस स्टैंड के पास लगभग दो घंटे तक सड़क जाम किया. इस प्रदर्शन के कारण बसों की आवाजाही पूरी तरह बाधित रही.
परिजनों ने लगाये इलाज में लापरवाही के आरोप
मोहम्मद अत्ताउल की मां ने बताया कि उनका बेटा फिलहाल दुर्गापुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती है और उसकी हालत नाजुक बनी हुई है. उन्होंने आरोप लगाया कि बार-बार गुहार लगाने के बावजूद बस एसोसिएशन उनके बेटे के इलाज के लिए किसी प्रकार की आर्थिक मदद नहीं कर रही है. उन्होंने कहा, “हमें पैसों की नहीं, हमारे बेटे की जिंदगी की चिंता है. हम बस चाहते हैं कि वह सही सलामत हमारे पास लौट आये. ”
उन्होंने यह भी कहा कि एसोसिएशन केवल 20,000 रुपये देने की बात कह रही है, जो इतनी गंभीर दुर्घटना के सामने बेहद अन्यायपूर्ण है. मोहम्मद अत्ताउल की उम्र महज 26 वर्ष है और उनका विवाह एक साल पहले ही हुआ था. परिवार आर्थिक और मानसिक दोनों संकटों से जूझ रहा है.
पार्षद ने जताया समर्थन जल्द होगी बैठक
वार्ड नंबर 35 की पार्षद अख्तरी खातून ने इस घटना पर दुख जताया और कहा कि अत्ताउल के इलाज में लग रहे भारी खर्च को देखते हुए बस एसोसिएशन को अपना वादा निभाना चाहिए.
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