नौकरी करना नहीं, बल्कि देने लायक है बनना : देवदत्ता माझी

संयुक्त प्रवेश परीक्षा(जेइइ)-उन्नत के लड़कियों के वर्ग में नेशनल टॉप करनेवाली बर्दवान के कटवा बेटी देवदत्ता माझी ने बताया कि वह इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (आइआइएससी) बेंगलुरू में बीटेक में दाखिला लेगी और मैथ्स व कप्यूटिंग की पढ़ाई करेगी. पढ़ाई लिखाई करके वह नौकरी नहीं करना चाहती है, बल्कि खुद को ऐसा बनाना चाहती है कि दूसरों को नौकरी व रोजगार दे सके.

By AMIT KUMAR | June 3, 2025 9:38 PM
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शिवशंकर ठाकुर, आसनसोल.

संयुक्त प्रवेश परीक्षा(जेइइ)-उन्नत के लड़कियों के वर्ग में नेशनल टॉप करनेवाली बर्दवान के कटवा बेटी देवदत्ता माझी ने बताया कि वह इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (आइआइएससी) बेंगलुरू में बीटेक में दाखिला लेगी और मैथ्स व कप्यूटिंग की पढ़ाई करेगी. पढ़ाई लिखाई करके वह नौकरी नहीं करना चाहती है, बल्कि खुद को ऐसा बनाना चाहती है कि दूसरों को नौकरी व रोजगार दे सके. इसी लक्ष्य को लेकर वह अपनी आगे की पढ़ाई करेगी. देश की सबसे प्रतिष्ठित संघ लोकसेवा आयोग(यूपीएससी) की प्रतिस्पर्धी परीक्षा में भी बैठना चाहती है और उसे उत्तीर्ण करके अपने आप को साबित करने के लिए भी खुद को तैयार कर रही है. नतीजे आने के बाद प्रभात खबर के साथ विशेष बातचीत में कहा कि उनकी मां शेली दां ही उसकी गुरु व गाइड रही हैं. मां के दिशानिर्देश में ही उसने अपनी सारी तैयारी की है. जिसका परिणाम माध्यमिक से मिलना शुरू हुआ और जेइइ तक दिखा है. आगे भी इस कड़ी को बरकरार रखने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी.

15 घंटे रहती थी किताबों के बीच, फिजिक्स, मैथ्स, केमिस्ट्री का नहीं लिया ट्यूशन

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