12 मई को दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया गया और इस अवसर पर रानीगंज के विभिन्न अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में नर्सों के अमूल्य योगदान को सम्मानित किया गया. यह दिन आधुनिक नर्सिंग की अग्रणी फ्लोरेंस नाइटिंगेल की जयंती का प्रतीक है, जिनका जन्म 1820 में इसी दिन हुआ था.नाइटिंगेल ने अपने प्रतिष्ठित परिवार की सामाजिक बाधाओं को तोड़कर नर्सिंग को एक सम्मानित पेशा बनाया और मानवता की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया.
By AMIT KUMAR | May 12, 2025 9:54 PM
रानीगंज.
12 मई को दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया गया और इस अवसर पर रानीगंज के विभिन्न अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में नर्सों के अमूल्य योगदान को सम्मानित किया गया. यह दिन आधुनिक नर्सिंग की अग्रणी फ्लोरेंस नाइटिंगेल की जयंती का प्रतीक है, जिनका जन्म 1820 में इसी दिन हुआ था.नाइटिंगेल ने अपने प्रतिष्ठित परिवार की सामाजिक बाधाओं को तोड़कर नर्सिंग को एक सम्मानित पेशा बनाया और मानवता की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. उन्होंने नर्सिंग के पेशे को समाज में गरिमा और सम्मान दिलाया, जिसे पहले नीचा और अपमानजनक माना जाता था.
रानीगंज स्थित रॉयल केयर अस्पताल में भी नर्सों के समर्पण और सेवा की भावना स्पष्ट रूप से दिखाई दी. अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के अवसर पर, अस्पताल प्रशासन और डॉक्टरों ने उनकी निस्वार्थ सेवा को सराहा और उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त की. यह दिन नर्सों के सम्मान और उनके महत्वपूर्ण योगदान को उजागर करने का महत्वपूर्ण अवसर था.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है