केंद्र की भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ देशभर में श्रमिक, किसान और खेतमजदूरों ने बुधवार को देशव्यापी हड़ताल में शामिल होकर अपना कड़ा विरोध दर्ज कराया.भारी बारिश और खराब मौसम के बावजूद रानीगंज क्षेत्र में श्रमजीवी जनता सुबह से ही सड़कों पर उतर आई. असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों, किसानों और खेत-मजदूरों ने काम पर न जाकर हड़ताल का पूर्ण समर्थन किया.
पिकेटिंग में शामिल गौरव ढल्ल, रामशंकर दास, राजू केवड़ा और सुकांत चटर्जी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद श्रमिक नेता रुनु दत्त, सुप्रियो राय, अनुप मित्रा और किसान नेता मलय मंडल ने उनकी निःशर्त रिहाई की मांग की.
अन्य क्षेत्रों में भी व्यापक असर
सब्ज़ी बाजार में किसान अपनी उपज बेचने नहीं आये, जिससे बाज़ार बंद जैसा हो गया. खेतमजदूरों ने खेतों में काम नहीं किया, जिससे कृषि कार्य ठप पड़ गया.रानीगंज की केवल एक बैंक को छोड़कर सभी सार्वजनिक क्षेत्र की बैंकें बंद रहीं.तृणमूल नेताओं ने बैंक मैनेजरों पर दबाव डाला, लेकिन बैंक कर्मचारी हड़ताल पर कायम रहे .
यूनियन नेताओं ने स्पष्ट किया कि यह संघर्ष भाजपा की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ है और जब तक ये नीतियां वापस नहीं ली जातीं, तब तक संघर्ष जारी रहेगा.
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