हुगली. जिले सै पर्यटकों का एक दल 16 अप्रैल को कश्मीर यात्रा पर गया है. इनकी संख्या कुल 25 है. 28 अप्रैल को उनकी वापसी तय थी, लेकिन पहलगाम में हुए आतंकी हमले से उनका कार्यक्रम बदल गया है. श्रीनगर से पहलगाम पहुंचते ही वे अचानक संकट में फंस गये हैं. पर्यटक चुंचुड़ा, पांडुआ और सिमलागढ़ सहित हुगली के विभिन्न क्षेत्रों से हैं. चुंचुड़ा की एक टूर एजेंसी के माध्यम से यात्रा की योजना बनायी गयी थी. हमले के बाद सभी पर्यटक जिस होटल में ठहरे हैं, वहीं बंद कर दिये गये हैं. बाहर निकलने की अनुमति तक नहीं है. इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है. आनंद उठाने गये थे, पर अब उन्हें किसी तरह से सकुशल लौट आने की चिंता सता रही है. मन के उत्साह अचानक शांत हो गया हैं. पर्यटकों का कहना है कि वे बेहद चिंतित हैं और समझ नहीं पा रहे कि घर कैसे लौटेंगे. सड़कों पर सेना की गश्त जारी है, बाजार बंद हैं और यातायात पूरी तरह ठप है. सामानों की किल्लत है. भर पेट भोजन भी अब नसीब नहीं है. पर्यटक जयंत समाद्दार ने बताया कि उनका कार्यक्रम वैसरन वैली जाने का था, लेकिन हमले की खबर मिलते ही रोक दिया गया. उन्होंने कहा कि किस्मत अच्छी थी जो वे सभी सुरक्षित हैं. प्रशासन से अपील की गयी है कि उन्हें वापस लाने की व्यवस्था की जाये.
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