संवाददाता, कोलकाता
मॉनसून के इस मौसम में महानगर में जर्जर इमारतों के ढहने का सिलसिला एक बार फिर शुरू हो गया है. मंगलवार को कोलकाता में तीन इमारतों के कुछ हिस्से गिर गये, जिनमें से दो को निगम ने पहले ही जर्जर घोषित कर रखा था. बोरो छह के 7ए राजकुमार बोस लेन, रानी रासमणि रोड के 26ए और 26बी, और नारकेलडांगा इलाके से इमारतों के हिस्से गिरने की खबरें सामने आयी हैं. इस संबंध में कोलकाता नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि कोलकाता के बोरो छह में 400 से अधिक जर्जर इमारतें हैं, जिन्हें निगम द्वारा खस्ताहाल घोषित किया गया है.
उन्होंने यह भी बताया कि पूरे कोलकाता में तीन हजार से ज्यादा जर्जर इमारतें हैं. अधिकारी ने बताया कि निगम इन इमारतों को तोड़ने की कोशिश कर चुका है, लेकिन स्थानीय विरोध और राजनीतिक दबाव के कारण ऐसा कर नहीं पाता. उन्होंने कहा कि हम जोर-जबरदस्ती किसी इमारत को खाली भी नहीं करा सकते, क्योंकि ऐसा कोई कानून हमारे पास नहीं है.
अधिकारी ने बताया कि 7ए राजकुमार बोस लेन स्थित इमारत को तोड़कर नयी बिल्डिंग बनाने के लिए पिछले साल मार्च में निगम की ओर से प्लान का अनुमोदन दिया गया था. पुरानी इमारत को तोड़ने के दौरान ही उसका एक हिस्सा गिर गया, जिससे एक मजदूर को चोट लगी है. दूसरी ओर, रानी रासमणि रोड के 26ए और 26बी जर्जर इमारत का एक हिस्सा ढहा है.
निगम अधिकारी ने चेतावनी दी कि अगर जर्जर घोषित इमारतों को नहीं तोड़ा गया, तो भविष्य में भी इस तरह की घटनाएं जारी रहेंगी.
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