बांग्लादेशी नागरिक आजाद शेख का एक मददगार पुलिस की गिरफ्त में

पुलिस ने एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जिस पर आजाद को फर्जी भारतीय दस्तावेज उपलब्ध कराने का आरोप है.

By GANESH MAHTO | May 27, 2025 12:55 AM
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आरोपी फर्जी दस्तावेज बनाने वाले गिरोह का सदस्य कोलकाता. कोलकाता पुलिस ने अवैध रूप से भारत में रह रहे बांग्लादेशी नागरिक आजाद शेख के मददगारों तक पहुंचने के अपने प्रयासों में एक बड़ी सफलता हासिल की है. पुलिस ने एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जिस पर आजाद को फर्जी भारतीय दस्तावेज उपलब्ध कराने का आरोप है. गिरफ्तार आरोपी का नाम जफर अली है, जिसे पुलिस ने उत्तर 24 परगना के नजात थाना क्षेत्र से दबोचा है. सोमवार को उसे अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे चार जून तक पुलिस हिरासत में रखने का निर्देश दिया गया है. आजाद शेख से पूछताछ के दौरान ही जफर अली का नाम सामने आया था. बताया जा रहा है कि बांग्लादेश से अवैध तरीके से भारत आने के बाद आजाद ने जफर के जरिए फर्जी आधार कार्ड और अन्य भारतीय दस्तावेज हासिल किये थे. पुलिस को आशंका है कि जफर एक बड़े फर्जी दस्तावेज बनाने वाले गिरोह का सदस्य है. वह लंबे समय से बड़ी रकम के बदले बांग्लादेशी नागरिकों के लिए फर्जी पहचान पत्र बनाने के गोरखधंधे से जुड़ा था. जानकारी के अनुसार, वर्ष 2023 में आजाद अवैध रूप से बनगांव सीमा के जरिए भारत में घुसा था, जिसके बाद उसने जफर से संपर्क किया. प्रत्येक फर्जी दस्तावेज के लिए 15 से 20 हजार रुपये लिए जाने की बात भी सामने आयी है. पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि आरोपी ने ड्राइविंग लाइसेंस कैसे बनवाया. इसके लिए परिवहन विभाग के कुछ अधिकारियों से भी संपर्क साधा गया है. पुलिस अब इस पूरे धोखाधड़ी के नेटवर्क की गहराई से तहकीकात कर रही है और इस मामले में शामिल अन्य लोगों को भी पकड़ने की कोशिश कर रही है. गौरतलब रहे कि दक्षिण कोलकाता में एक पुलिस अधिकारी को कार से धक्का मारने के दौरान आजाद शेख को गिरफ्तार किया गया था. हादसे के बाद जब गिरफ्तार किये गये शेख के दस्तावेजों की जांच की गयी, तो पता चला कि वे फर्जी थे और आरोपी भारतीय नहीं, बल्कि बांग्लादेशी है. वह बांग्लादेश के फरीदपुर जिले के बोलामारी थाना क्षेत्र के सहसरील बाजार गांव का निवासी है. वह अवैध तरीके से उत्तर 24 परगना के पूर्व शंकरदह इलाके में रह रहा था. इसके बाद कालीघाट थाने में आरोपी के खिलाफ एक और प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की गयी, जिसके बाद उसका एक साथी भी पुलिस की गिरफ्त में आया.

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