आरोपी ने पीड़िता को कोल्ड ड्रिंक में नींद की गोलियां मिलाकर देने की बात स्वीकार की

भारतीय प्रबंधन संस्थान (आइआइएम) कलकत्ता के कैंपस में कथित दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तार आरोपी ने एक नजदीकी दवा दुकान से नींद की गोलियां खरीदने की बात स्वीकार की है.

By AKHILESH KUMAR SINGH | July 15, 2025 1:32 AM
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संवाददाता, कोलकाता

भारतीय प्रबंधन संस्थान (आइआइएम) कलकत्ता के कैंपस में कथित दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तार आरोपी ने एक नजदीकी दवा दुकान से नींद की गोलियां खरीदने की बात स्वीकार की है. उसने यह भी स्वीकार किया कि उसने पीड़िता को उन गोलियों को कोल्ड ड्रिंक में मिलाकर पिलाया था. कोलकाता पुलिस के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी.

उन्होंने बताया कि हालांकि, पुलिस को आरोपी छात्र के बयानों में कई विसंगतियां भी मिली हैं. आरोपी ने स्वीकार किया है कि उसने नींद की गोलियां खरीदी थीं और उन्हें कोल्ड ड्रिंक्स व पीने के पानी में मिला दिया था, जो उसने महिला को तब दिया था जब वह हॉस्टल में आयी थी. उन्होंने बताया कि परिस्थितिजन्य साक्ष्य से पता चला कि पीड़िता कोल्ड ड्रिंक पीने के बाद लड़कों के छात्रावास के एक कमरे में गयी, जहां कथित अपराध हुआ. आरोपी ने अपराध करने के बाद अपने एक दोस्त को फोन किया और उसे पूरी घटना के बारे में बताया. बातचीत के दौरान, वह उस कमरे के सामने बरामदे में घूम रहा था, जहां अपराध हुआ था. पुलिस ने कहा कि वह यह भी पता लगा रहे हैं कि क्या पीड़िता के परिवार को बयान बदलने के लिए किसी तरह का दबाव डाला गया था. कोलकाता पुलिस के मुख्यालय लालबाजार के सूत्रों ने बताया कि आरोपी की मेडिकल-लीगल जांच हो चुकी है.

यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उसके शरीर पर पीड़िता के नाखूनों के निशान हैं या नहीं, हालांकि लालबाजार ने संकेत दिया है कि शिकायतकर्ता ‘एसआइटी’ के साथ सहयोग नहीं कर रही हैं. अब तक पुलिस ने आरोपी के परिवार के सदस्यों सहित कुछ लोगों से पूछताछ की है. आइआइएम (जोका) के अधिकारियों ने पुलिस को बताया कि कई रजिस्टर बुक पर शिकायतकर्ता के हस्ताक्षर हैं जब वह अंदर आयीं और बाहर गयीं. पुलिस ने रजिस्टर को जब्त कर लिया है. पुलिस विशेषज्ञों की मदद से जांच करेगी कि हस्ताक्षर शिकायतकर्ता के हैं या नहीं. पुलिस ने कहा कि लड़की के अंदर आने और बाहर निकलने के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है. कुछ अन्य कैमरे की तस्वीरों को भी संस्थान से मांगा गया है, जिससे पीड़िता की वहां प्रवेश करने एवं बाहर निकलने की गतिविधि का सटीक समय का पता चल सके.

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