मैथन और पंचेत बांधों से संयुक्त रूप से पानी छोड़े जाने पर मांगा स्पष्टीकरण
प्रशासन ने मांगा स्पष्टीकरण
डॉ. भुइयां ने कहा कि विभाग ने डीवीआरआरसी को लिखे पत्र में यह जानना चाहा है कि क्या डिस्चार्ज में वृद्धि अनियंत्रित जलग्रहण क्षेत्र से अत्यधिक जलप्रवाह के कारण हुई, और यदि हां, तो इसका पूर्व आकलन क्यों नहीं किया गया. साथ ही पूछा गया है कि जब 60,000 क्यूसेक से अधिक नहीं छोड़ने की प्रतिबद्धता थी, तो इस प्रकार के प्रवाह को पहले से ध्यान में क्यों नहीं रखा गया? मंत्री ने बताया कि स्थिति बिगड़ने के बाद धीरे-धीरे डिस्चार्ज को घटाया गया, जो 21 जून की शाम: 62,000 क्यूसेक तक और फिर घटाकर: 49,000 क्यूसेक किया गया और फिर 23 जून रविवार सुबह 9.45 बजे से: 42,500 क्यूसेक किया गया.
1978 के बाद सबसे ज्यादा जून में बारिश
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