पुलिस ने खारिज किया कोलकाता. नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने रविवार को आरोप लगाया कि मालदा जिले के रतुआ में मंदिर निर्माण को लेकर ‘सनातनी’ समुदाय के लोगों पर हमला किया गया, उनकी दुकानें लूट ली गयीं और वाहनों में तोड़फोड़ की गयी. नेता प्रतिपक्ष ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “एक बार फिर, रात (शनिवार) की पवित्रता मालदा जिले के रतुआ में बिखर गयी है, क्योंकि सनातनी समुदाय को कट्टरपंथी चरमपंथी तत्वों के हमलों का लगातार सामना करना पड़ रहा है. उनका एकमात्र दोष एक मंदिर का निर्माण करना था. ” अधिकारी ने कहा कि बदमाशों ने समुदाय को निशाना बनाया, अंधाधुंध पथराव किया, जिससे इलाका भय और युद्धक्षेत्र में तब्दील हो गया. उन्होंने कहा कि नवीनतम रिपोर्टें पुष्टि करती हैं कि न केवल घरों को निशाना बनाया गया है, बल्कि कई दुकानों में लूटपाट की गयी और सनातनी समुदाय के वाहनों को भी तोड़ दिया गया. अधिकारी ने कहा कि सड़कों पर बिखरे मलबे और टूटी हुई चीजों के अवशेषों से पता चलता है कि किस तरह से इन हमलों को अंजाम दिया गया. भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि पुलिस “इन घटनाओं के दौरान स्पष्ट रूप से अनुपस्थित रही. ” उन्होंने अपने वकील के माध्यम से राज्य सरकार से मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने का आग्रह किया. पश्चिम बंगाल पुलिस ने रविवार को विपक्ष के नेता के इन आरोपों को खारिज कर दिया कि मालदा जिले के रतुआ में मंदिर निर्माण के कारण सनातनी समुदाय के लोगों पर कट्टरपंथी तत्वों ने हमला किया और इसे “गलत सूचना फैलाने ” का प्रयास बताया. पुलिस ने दावा किया कि शनिवार शाम को मालदा के रतुआ थाना अंतर्गत एक दुकान के सामने टोटो (ई-रिक्शा) पार्किंग के “मामूली मुद्दे ” पर दो समूहों के बीच झड़प हुई थी. मालदा जिला पुलिस ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “मालदा के रतुआ थाना अंतर्गत 17 मई की शाम को हुई एक घटना के बारे में गलत सूचना फैलाने के लिए कुछ वर्ग प्रयास कर रहे हैं. तथ्य यह है कि एक दुकान के सामने ई-रिक्शा पार्किंग के मामूली मुद्दे पर दो समूहों के बीच झड़प हुई. ” पुलिस ने कहा कि दोनों समूहों के बीच पथराव हुआ, जिससे दोनों पक्षों की कुछ दुकानों को मामूली नुकसान पहुंचा. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आवश्यक बल प्रयोग कर दोनों पक्षों को खदेड़ दिया और यातायात बहाल कराया.
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