सीएम ने बताया कि एपीएएस के पहले दिन राज्य भर में 632 शिविर आयोजित किये जा रहे हैं. साथ ही एपीएएस शिविरों में दुआरे सरकार काउंटर भी स्थापित किये गये हैं. उन्होंने राज्य के लोगों को अपने शिविरों में आने और एपीएएस को सफल बनाने के लिए चर्चाओं में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया.
By BIJAY KUMAR | August 2, 2025 10:48 PM
कोलकाता.
राज्य सरकार ने शनिवार से पूरे राज्य में आमादेर पाड़ा, आमादेर समाधान (एपीएएस) कार्यक्रम शुरू किया. इस संबंध में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को सोशल मीडिया एक्स के माध्यम से कहा कि एपीएएस एक अनूठी पहल है, जिसका उद्देश्य सहभागी शासन को संस्थागत बनाना और जन-सहभागिता व सशक्तीकरण के माध्यम से जमीनी स्तर पर सेवा वितरण की पुनर्कल्पना करना है. सीएम ने कहा कि एपीएएस शिविर एक ऐसा मंच है, जहां स्थानीय लोग अपनी स्थानीय स्तर की बुनियादी ढांचागत आवश्यकताओं पर विचार-विमर्श, पहचान और प्राथमिकताएं तय कर सकेंगे. साथ ही स्थानीय समस्याओं का समाधान कर पायेंगे.
शनिवार को सीएम ने बताया कि एपीएएस के पहले दिन राज्य भर में 632 शिविर आयोजित किये जा रहे हैं. साथ ही एपीएएस शिविरों में दुआरे सरकार काउंटर भी स्थापित किये गये हैं. उन्होंने राज्य के लोगों को अपने शिविरों में आने और एपीएएस को सफल बनाने के लिए चर्चाओं में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया. इसके साथ ही सीएम ने इस अभियान को सुचारू रूप से चलाने के लिए संबंधित सरकारी अधिकारियों और अन्य हितधारकों को उनके प्रयासों के लिए उनका धन्यवाद दिया.
गौरतलब है कि इससे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था : हम प्रति बूथ 10 लाख रुपये मंजूर कर रहे हैं. कुल मिलाकर, राज्य सरकार इस कार्यक्रम पर 8000 करोड़ रुपये खर्च करेगी. यह दो अगस्त से शुरू होगा. एक सरकारी बयान में कहा गया है कि ये शिविर दो महीने तक चलेंगे और 30 दिनों तक प्रशासनिक मूल्यांकन किया जायेगा.ं
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