अब तक इस मामले में चार आरोपी हो चुके हैं अरेस्ट
संवाददाता, बशीरहाट.
संदेशखली के धामाखाली में एक गेस्ट हाउस से नौ करोड़ रुपये के जाली नोटों की एक बड़ी खेप बरामदगी के मामले में पुलिस ने महाराष्ट्र के नागपुर से एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है. इसे लेकर अब तक इस मामले में चौथे आरोपी की गिरफ्तारी हो चुकी है. इस आरोपी का नाम अभिषेक तिवारी है. वह मूलत: कोलकाता के गोल्फग्रीन का निवासी है. उसे गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर कोलकाता लाया जा रहा है. अभिषेक का दिल्ली में भी एक घर है.
उससे पूछताछ में पता चला कि कम किस्त पर ऋण दिलाने का प्रलोभन देकर वह लोगों से ठगी करता था. ऋण देने के लिए प्रोसेसिंग फीस के नाम पर रुपये लेते थे और फिर उसमें नकली नोट मिल कर लोगों को ऋण दिये जाते थे. अभिषेक इस नेटवर्क से लंबे समय से जुड़ा हुआ था और कथित रूप से नकली नोटों की आपूर्ति में महत्वपूर्ण कड़ी था. पुलिस को आशंका है कि यह रैकेट राज्य के कई जिलों तक फैला हुआ है. ये नकली नोट किसी अन्य राज्य में छापे गये थे, जिन्हें पश्चिम बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में वितरित करने की योजना थी. गिरफ्तार अभिषेक तिवारी की भूमिका इस नेटवर्क को एक राज्य से दूसरे तक जोड़ने की बतायी जा रही है. संदेशखाली थाने की पुलिस फिलहाल जाली नोटों की छपाई, ट्रांसपोर्ट और वितरण की कड़ी से जुड़ी तमाम जानकारियां इकट्ठे कर रही है. इस पूरे प्रकरण को एक अंतरराज्यीय गिरोह की साजिश मानकर जांच की जा रही है. पुलिस को कुछ अन्य संदिग्धों के नाम भी मिले हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गयी हैं.
क्या है मामला : मालूम हो कि गत 19 जुलाई को संदेशखाली के एक गेस्ट हाउस से छापेमारी कर दक्षिण 24 परगना के महेशतला के निवासी देबब्रत चक्रवर्ती और जीवनतला थाना क्षेत्र के सिराजुद्दीन मोल्ला को गिरफ्तार किया गया था. वहां बिस्कुट के पैकेट में छिपा कर रखे गये नौ करोड़ रुपये के जाली नोट जब्त किये गये थे. दोनों से पूछताछ के बाद पुलिस ने गत 21 जुलाई को बीरभूम के रामपुरहाट इलाके के एक गेस्ट हाउस से तीस्ता सेन नामक एक महिला को गिरफ्तार किया. वह राजारहाट की निवासी है. वह भी ऋण देने के नाम पर जाली नोट की सप्लाई करती थी. महिला से पूछताछ के बाद पुलिस ने अभिषेक को दबोचा.
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