20 साल की उम्र में एक सड़क हादसे में गंवा दिये थे अपने दोनों पैर
विकास कुमार गुप्ता, कोलकाता
योगा ट्रेनर बनकर तैयार कर रही हैं शिक्षकों की टीम
अर्पिता अब एक तरफ लोगों को योग के महत्व को समझाकर उन्हें योग सिखाती हैं, वहीं सोशल मीडिया के माध्यम से भी लोगों को प्रतिदिन योग करने के लिए प्रेरित करती हैं. उनके इस कार्य से प्रभावित होकर उन्हें हैदराबाद के एक स्कूल में अवसर मिला. अब वह बैरकपुर के बाद हैदराबाद में योग ट्रेनर बनकर योग शिक्षकों को प्रशिक्षित कर रही हैं. उनका लक्ष्य एक ऐसी टीम तैयार करना है, जो देश के विभिन्न राज्यों में फैलकर लोगों को योग सिखाकर एक स्वस्थ समाज गढ़ने में अपना योगदान दे सके.
कृत्रिम अंगों के साथ योग से मिली सफलता
योग के महत्व को समझकर स्वस्थ समाज गढ़ने का संकल्प
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