संवाददाता, कोलकाता
शुभेंदु ने यह आरोप उस घटना के बाद लगाया है जब एक बांग्लादेशी नागरिक ने हाल में एक बांग्ला न्यूज चैनल के साथ बातचीत में दावा किया कि उसने एक तृणमूल नेता को 10 हजार रुपये देकर मतदाता सूची में नाम शामिल कराये और वोटर आइ कार्ड बनावाये हैं, इस दावे के बाद रविवार को काकद्वीप के तृणमूल विधायक मंटूराम पाखिरा ने भी आरोप लगाया था कि रुपये लेकर कुछ सरकारी कर्मचारी अवैध लोगों के नाम वोटर लिस्ट में दर्ज किये हैं. पाखिरा ने आरोप लगाया कि काकद्वीप के एसडीओ और बीडीओ कार्यालय के कर्मचारी रुपये लेकर अवैध काम कर रहे हैं. इसके पीछे एक बड़ा रैकेट है.
पुलिस ने दो दिन तक हिंदुओं के फोन कॉल का नहीं दिया जवाब
कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त समिति की रिपोर्ट का हवाला देते हुए शुभेंदु ने आरोप लगाया कि हिंसा के दौरान मुर्शिदाबाद के धुलियान और शमशेरगंज में पुलिस ने दो दिनों तक पीड़ित हिंदुओं के फोन काल का कोई जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा कि हर कोई जानता है कि अगर ऐसी पुलिस को चुनाव कराने का काम सौंपा गया तो क्या होगा? शुभेंदु की अगुवाई में आयोग से मुलाकात करने वाले भाजपा प्रतिनिधिमंडल में विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक शंकर घोष, पूर्व सांसद अर्जुन सिंह, वरिष्ठ नेता तापस राय, शिशिर बाजोरिया, कौस्तव बागची व अन्य शामिल थे.सिविक वॉलंटियरों की गतिविधियों पर उठाये सवाल :
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