मतदाता सूची में हेराफेरी कर चुनाव जीतना चाहती है भाजपा : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने बुधवार को भाजपा नीत केंद्र सरकार पर निर्वाचन आयोग को प्रभावित करने का आरोप लगाया. इस दिन वह कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस द्वारा निकाली गयी विरोध रैली समाप्त होने के बाद लोगों को संबोधित कर रही थीं.
By BIJAY KUMAR | July 16, 2025 11:10 PM
कोलकाता.
मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने बुधवार को भाजपा नीत केंद्र सरकार पर निर्वाचन आयोग को प्रभावित करने का आरोप लगाया. इस दिन वह कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस द्वारा निकाली गयी विरोध रैली समाप्त होने के बाद लोगों को संबोधित कर रही थीं. उन्होंने आरोप लगाया : मतदाता सूचियों में हेराफेरी व गड़बड़ी कर भाजपा चुनाव जीतना चाहती है. भाजपा यही करके महाराष्ट्र में जीती. उसने यही करके दिल्ली में जीत दर्ज की. अब भाजपा के नेता बिहार में भी यही योजना बना रहे हैं. ममता बनर्जी ने कहा : सुना है बिहार में अब तक लाखों मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से काटे दिये गये हैं. वे बंगाल में भी यही योजना बना रहे हैं. हम बिना लड़े एक इंच भी जमीन नहीं छोड़ेंगे. बिहार में मतदाता सूचियों का विशेष गहन पुनरीक्षण एक तरह से वैध मतदाताओं, खासकर प्रवासी और वंचितों के नाम हटाने की एक साजिश का हिस्सा है. केंद्र सरकार राज्यों में अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्ष को पूरी करने के लिए निर्वाचन आयोग को प्रभावित कर रही है. बंगाल में जब नयी मतदाता सूची का काम शुरू हो, तो यह सुनिश्चित करें कि सभी के नाम उसमें में शामिल हों. इस दिन मुख्यमंत्री ने कहा : पश्चिम बंगाल में तृणमूल की सरकार है. जनता हमारे साथ है और वर्ष 2026 में भी बंगाल में तृणमूल सत्ता में आयेगी. हम आने वाले दिनों में दिल्ली पर कब्जा करने के लिए लड़ेंगे. अगले लोकसभा चुनाव में ‘इंडिया’ गठबंधन भाजपा को सत्ता से बेदखल करने व दिल्ली पर कब्जा करने के लिए लड़ेगा. मतुआ व राजवंशी प्रवासियों का मुद्दा उठाया : मुख्यमंत्री ने मतुआ व राजवंशी प्रवासियों का मुद्दा उठाते हुए कहा : महाराष्ट्र में मतुआ भाषी लोगों पर अत्याचार हो रहे हैं. चुनाव के दौरान, भाजपा नेता मतुआ घरों में वोट मांगने जाते हैं और उसके बाद अत्याचार करते हैं. नदिया के लोगों को छत्तीसगढ़ में हिरासत में लिया गया है. दिल्ली में बांग्लाभाषियों के पानी व बिजली के कनेक्शन काट दिये गये. असम सरकार ने कूचबिहार के निवासियों को नोटिस भेजा है. उनके पास क्या अधिकार हैं? असम सरकार ने 12 लाख लोगों को विस्थापित कर दिया है, क्योंकि वे असमिया भाषा नहीं जानते. यहां नागरिकों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन हो रहा है.
माकपा अब शून्य से महाशून्य होगी : तृणमूल प्रमुख बनर्जी ने माकपा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वह भाजपा के जरिये फिर राज्य में ‘खून की राजनीति खेलना’ चाहती है. राज्य में वह ‘शून्य’ हो गयी है. उनका रवैया यही रहा, तो राज्य में उनकी हालत ‘शून्य’ से ‘महाशून्य ’ हो जायेगी. भाजपा का तानाशाही रवैया स्वीकार नहीं
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