आसनसोल स्टेशन से बाल तस्करी गैंग का भंडाफोड़, पकड़े गये 12 लोग

जसीडीह-तांबरम एक्सप्रेस से 11 बच्चे हुए बरामद

By SANDIP TIWARI | May 15, 2025 12:03 AM
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जसीडीह-तांबरम एक्सप्रेस से 11 बच्चे हुए बरामद ट्रेन से उतारे गये कुल 32 लोग, जिनमें एक महिला समेत कुल नौ हैं बालिग, सभी हैं झारखंड व बिहार के बाशिंदे, जा रहे थे चेन्नई खबर लिखे जाने तक जांच जारी, सभी के घरवालों से किया जा रहा संपर्क, बुलाये गये चाइल्ड लाइन के अधिकारी आसनसोल. बुधवार को आसनसोल रेलवे स्टेशन पर जीआरपी व आरपीएफ की टीम ने संयुक्त अभियान चला कर बाल तस्करी के बड़े मामले का पर्दाफाश किया. जसीडीह-तांबरम एक्सप्रेस से कुल 20 बच्चों को चेन्नई ले जाया जा रहा था. आसनसोल स्टेशन पर ट्रेन में जांच के दौरान संदेह होने पर जीआरपी के अधिकारी ने एक बच्चे से पूछताछ की, तो मामले का खुलासा हुआ और इस टीम में शामिल कुल 32 यात्रियों को ट्रेन से उतार दिया गया. जिसमें 12 एजेंट हैं, जो इन्हें नौकरी का लालच देकर अपने साथ ले जा रहे थे. जांच के क्रम में पाया गया कि कुल 20 बच्चों में 11 नाबालिग हैं, बाकी एक महिला सहित कुल नौ बालिग है. सभी के घरवालों से संपर्क किया जा रहा है. ये सारे बच्चे बिहार और झारखंड राज्य के विभिन्न इलाके बांका, जमुई, गिरिडीह, देवघर, जसीडीह आदि इलाकों के हैं. चाइल्ड लाइन के प्रतिनिधि को बुलाया गया है. खबर लिखे जाने तक अधिकारी मामले की जांच में जुटे हुए हैं. सूत्रों की मानें, तो गुरुवार को आरोपियों को अदालत में पेश किया जायेगा. नाबालिग बच्चों को चाइल्ड लाइन बाल अदालत में पेश करेगी, यहां से उन्हें बाल सुधार-गृह में भेजा जा सकता है. गौरतलब है कि भारतीय रेलवे बाल तस्करी को लेकर काफी सतर्क है और किसी भी तरह इस अपराध को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है. आसनसोल में जीआरपी और आरपीएफ ने इससे पहले भी संयुक्त अभियान चलाकर बाल तस्करी को नाकाम किया है. बुधवार को फिर बहुत बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया. कैसे नाकाम की बाल तस्करी, अधिकारी भी हैरान बुधवार अपराह्न करीब 3:00 बजे जसीडीह तांब्रम एक्सप्रेस आसनसोल स्टेशन पहुंची. आरपीएफ और जीआरपी की टीम नियमित जांच कर रही थी. इसी दौरान जनरल डिब्बे में कुछ बच्चों को देखकर उन्हें संदेह हुआ. पूछताछ करने पर पता चला कि उनके माता-पिता उनके साथ नहीं हैं और वे लोग किसी चाचा-मामा के साथ चेन्नई जा रहे हैं. तुरंत सभी बच्चों को और उन्हें ले जाने वालों को ट्रेन से उतारा गया. पूरे टीम में कुल 32 लोग थे. जांच के क्रम में पता चला कि 12 लोग एजेंट हैं जो उन्हें ले जा रहे हैं. बाकी 20 बच्चों के आधार कार्ड की जांच करने पर 11 बच्चे नाबालिग मिले. नौ बालिग थे. इसकी जांच चल रही है.

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